बक्सर में शिक्षकों ने काली पट्टी बांध किया शैक्षणिक कार्य, एसडीएम व एसडीपीओ ने की बैठक
- डुमरांव में एसडीएम व एसडीपीओ ने सरकार के निर्देश को शिक्षक संगठन तक पहुंचाया
केटी न्यूज/बक्सर
नियोजित शिक्षकों के संबंध में बिहार सरकार द्वारा नई शिक्षक नियमावली 2023 के जारी करने के बाद से ही शिक्षकों का आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा है। गुरूवार को भी शिक्षकों का आक्रोश जारी रहा। बक्सर में शिक्षकों ने काली पट्टी बांध स्कूलों में शिक्षण कार्य किया। वही डुमरांव में आंदोलनरत शिक्षकों नेतृत्वकार्ताओं के साथ एसडीएम कुमार पंकज व एएसपी राज ने बैठक कर उनकी मांगों का समझा तथा उनसे लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन करने तथा इसकी पूर्व सूचना प्रशासन को देने को कहा है। इस दौरान डुमरांव के शिक्षा पदाधिकारी सुरेश कुमार भी मौजूद थे।
मिली जानकारी के अनुसार नई शिक्षक नियमावली 2023 को लेकर सभी शिक्षक संगठन विरोध प्रदर्शन कर रहे है। इसी कड़ी में बक्सर में शिक्षकों ने इस नियमावली के विरोध में गुरुवार से काली पट्टी बांध शैक्षणिक कार्य करना शुरू किया है। प्राथमिक शिक्षक संघ गोपगुट के जिलाध्यक्ष डा सुरेंद्र कुमार सिंह एवं सचिव शाहिद अली ने विरोध जताते हुए कहा कि जब तक सरकार नई शिक्षक नियमावली 2023 को वापस नहीं लेती है तथा शिक्षकों को राज्य कर्मी की दर्जा नहीं देती है तब तक विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। दूसरी तरफ डुमरांव एसडीओ कुमार पंकज व एएसपी राज ने गुरूवार को सभी शिक्षक संघों के पदाधिकारियों के साथ एक बैठक की। उक्त बैठक डुमरांव बीईओ सुरेश प्रसाद भी मौजूद थे।
एसडीओ और एसडीपीओ ने शिक्षकों से उनके मांगों के समर्थन में जानकारी हासिल की और बताया कि आंदोलन शांतिपूर्ण व लोकतांत्रिक तरीके से होना चाहिए। बैठक में शिक्षक नेतृत्वकर्ताओं ने बेहद तर्कपूर्ण तरीके से अपनी बातों को पादाधिकारियों के समक्ष रखा। परिवर्तनकारी शिक्षक संघ के संयोजक शालीग्राम दूबे ने कहा कि नई शिक्षक नियमावली पूर्व से नियोजित शिक्षकों के विश्वास और सम्मान पर कुठाराघात है।
इस नई नियमावली के तहत सरकार ने हमें पुनः ठगने का कार्य किया है। वही दूसरी तरफ माध्यमिक शिक्षक संघ के कुमार विमल और अभय पांडेय ने भी कहा नई नियमवाली हम पूर्व से बहाल शिक्षकों के साथ पूर्णतः छलावा है। मौके पर शिक्षक संघ डुमरांव के नवनीत श्री वास्तव, उपेन्द्र पाठक, पूर्णानंद मिश्र, संजय सिंह, जितेन्द्र ठाकुर, सुबोध राय, सुधीर दूबे, अजीत राय, रितिक तिवारी, अनुराग मिश्र समेत कई अन्य शिक्षक नेतृत्वकर्ता मौजूद थे।