डुमरांव में चरितार्थ हुई ’’लालच बुरी बला’’ रिटायर्ड फौजी को खानी पड़ी जेल की हवा...

लालच इंसान को अंधा बना देती है। लालच में लोगों को अच्छे-बुरे व अपने-पराए का ख्याल नहीं रह जाता है। डुमरांव थाने में लालच की एक ऐसी ही कहानी सामने आई है, जिसमें एक रिटायर्ड फौजी को जेल की हवा खानी पड़ी है। मिली जानकारी के अनुसार स्थानीय थाना क्षेत्र के कुशलपुर गांव निवासी राधा कृष्ण सिंह रिटायर्ड फौजी है। वे अपनी बेटी की शादी सिमरी थाना क्षेत्र के केशोपुर गांव में किए है।

डुमरांव में चरितार्थ हुई ’’लालच बुरी बला’’ रिटायर्ड फौजी को खानी पड़ी जेल की हवा...

-- सेना में नौकरी दिलाने के लिए रिश्तेदार को बनाया बेटा, उसी ने संपति पर ठोका दावा

-- जांच में खुलासा होने के बाद वादी को ही पुलिस ने भेजा जेल, प्रतिवादी फरार

केटी न्यूज/डुमरांव

लालच इंसान को अंधा बना देती है। लालच में लोगों को अच्छे-बुरे व अपने-पराए का ख्याल नहीं रह जाता है। डुमरांव थाने में लालच की एक ऐसी ही कहानी सामने आई है, जिसमें एक रिटायर्ड फौजी को जेल की हवा खानी पड़ी है। मिली जानकारी के अनुसार स्थानीय थाना क्षेत्र के कुशलपुर गांव निवासी राधा कृष्ण सिंह रिटायर्ड फौजी है। वे अपनी बेटी की शादी सिमरी थाना क्षेत्र के केशोपुर  गांव में किए है। 

बेटी के देवर रविशंकर यादव उर्फ अमन को फौज में नौकरी लगाने के लिए उन्होंने उसे कागजों में हेराफेरी कर अपना बेटा बना लिया था, ताकी उसे सेना की बहाली में वेटेज मिले, लेकिन संयोग खराब था कि उसे फौज में नौकरी नहीं मिल पाई।

हालांकि, रिश्तेदार को नौकरी दिलाने के लालच में रिटायर्ड फौजी ने उसे अपना बेटा बना लिया था। इधर नौकरी नहीं होने पर अब अमन की नजर रिटायर्ड फौजी के संपति पर गड़ गई तथा उसने अपने भाई के ससुर के संपति में अपना दावा ठोक दिया। इससे परेशान राधाकृष्ण ने वर्ष 2022 में उसके खिलाफ डुमरांव थाने में शिकायत दी और बताया कि वह मेरा पुत्र नहीं है

जबकि मेरे संपति में वह हिस्सा मांग रहा है, लेकिन पुलिस ने जब जांच का दायरा बढ़ाया तो सच्चाई परत-दर-परत खुलती चली गई।  जिलाधिकारी कार्यालय में मिले दस्तावेजों से यह साफ हो गया था कि राधाकृष्ण ने ही उसे फर्जी तरीके से सेना की नौकरी में एक्स मैन के पुत्र को मिलने वाले आरक्षण का लाभ दिलाने के लिए अपना पुत्र बना लिया था। 

इसका खुलासा होने के बाद पुलिस ने इस केस के वादी ( शिकायतकर्ता ) बने रिटायर्ड फौजी को प्रतिवादी ( आरोपित ) बना गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, जबकि रविशंकर उर्फ अमन फरार हो गया है। डुमरांव के प्रभारी थानाध्यक्ष मतेन्द्र कुमार  ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि उसे भी जल्दी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। बहरहाल डुमरांव थाने के पुलिसकर्मियों में पूरे दिन इस घटना की चर्चा होते रही। इस घटना ने ’’लालच बुरी बला’’ कहावत को चरितार्थ कर दिया है।