दारोगा के बेटे की हत्या मामले में दोस्त ही बने हत्याारे, गिरफ्तार
- नवादा थाना क्षेत्र के कलेक्ट्रेट तालाब से 29 सितंबर सुबह मिला था शव
- पिता के बयान पर चार दोस्तों सहित अन्य के खिलाफ दर्ज किया गया था केस
जिला मुख्यालय स्थित नगर थाना अंतर्गत शांतिनगर मोहल्ले में रहने वाले रिटायर दारोगा के बेटे की हत्या के मामले में पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इनमें नवादा थाना क्षेत्र के रिसाला कैंपस में रहने वाला रंजीत पांडेय और मुफस्सिल थाना क्षेत्र के रामपुर मिल्की गांव निवासी विकास पांडेय शामिल हैं। दोनों रिटायर दारोगा के बेटे के दोस्त और हत्याकांड के नामजद आरोपित हैं। पुलिस के अनुसार पूछताछ में दोनों दोस्तों ने खाने-पीने के दौरान नशे के ओवरडोज के कारण नवनीत कुमार उर्फ बिट्टू की मौत होने की बात कही है। पूछताछ के बाद पुलिस ने दोनों को जेल भेज दिया। अब पुलिस अन्य आरोपितों की तलाश कर रही है। बता दें कि मूल रूप से मुफस्सिल थाने के गंगहर गांव निवासी रिटायर दारोगा जीतेंद्र सिंह आरा के शांतिनगर मोहल्ले में रहते हैं। 28 सितंबर की शाम उनका इकलौता पुत्र नवनीत कुमार उर्फ बिट्टू दोस्तों से मिलने घर से निकला था। 29 सितंबर की सुबह कलेक्ट्रेट तालाब के पास उसका शव बरामद किया गया था।
उसे लेकर रिटायर दारोगा द्वारा रंजीत पांडेय और पिंटू सहित चार दोस्तों के अलावे अन्य अज्ञात पर हत्या करने का आरोप लगाया गया था। तब कहा गया था नवनीत उर्फ बिट्टू को घर बुलाने के बाद नशा खिलाकर हत्या कर दी गयी है। उसके बाद से पुलिस आरोपितों की धरपकड़ में जुटी थी। इस बीच नवादा थाने के दारोगा चंदन कुमार यादव ने शनिवार की रात दोनों को गिरफ्तार कर लिया। इधर, मुफस्सिल थाना की पुलिस ने करीब तीन साल पुराने हत्या के मामले में एक आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। वह नगर थाना क्षेत्र के बलबतरा का रहने वाले मो. अजहर का पुत्र गुड्डू साह है। बता दें कि छह जनवरी 2019 को मुफस्सिल थाने के चकिया गांव निवासी मो. अली गांव में एक बारात में गया था। तभी उसकी हत्या कर दी गई थी।