नौकरी लगाने के नाम पर फर्जी पुलिस बन ठग ने बलिया के युवाओं से की लाखों की ठगी, प्राथमिकी दर्ज
नागालैंड के किसी एसपी का ड्राइवर बताकर जिले के फ्रॉड ने दर्जन भर युवकों को लगाया चूना
पीड़ित युवक ने कृष्णगढ़ थाने में दर्ज करायी शिकायत, छानबीन व धरपकड़ में जुटी पुलिस
मुखिया की गाड़ी पर फायरिंग में भी आरोपित रहा है फ्रॉड
केटी न्यूज/आरा
जिले के एक फ्रॉड ने नौकरी लगाने के नाम पर उत्तर प्रदेश के बलिया के दोकटी गांव के दर्जन भर बेरोजगार युवकों से ठगी करने का मामला सामने आया है। नागालैंड के एक जिले के एसपी का ड्राइवर बताकर फ्रॉड द्वारा दोकटी गांव के लगभग 10 युवाओं को लाखों का चूना लगाया चुका है। घटना 2018 की ही बतायी जा रही है। आरोपित फ्रॉड भोजपुर के कृष्णगढ़ थाना क्षेत्र के सोहरा गांव निवासी सीताराम सिंह का बेटा मंटू कुमार सिंह है।
उसके खिलाफ यूपी के बलिया जनपद के दोकटी गांव निवासी अखिलेश कुमार सिंह ने कृष्णगढ़ थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है। प्राथमिकी के अनुसार मंटू कुमार सिंह का दोकटी के इलाके में रिश्तेदारी है। अक्सर अपने रिश्तेदार के घर उसका आना-जाना रहता है। उसी दौरान उसने दोकटी गांव के बेरोजगार युवाओं को एसपी का ड्राइवर बताकर नौकरी लगाने का प्रलोभन देकर अपने जाल में फंसाया।
मंटू ने आईटीबीपी और फायर ब्रिगेड सहित अन्य विभाग में नौकरी लगाने के नाम उसके द्वारा किसी से 30 तो किसी से पचास हजार की ठगी की है। अखिलेश कुमार सिंह के अनुसार आरोपित ने उससे 73 हजार रुपए की ठगी की है। उसमें तीन हजार रुपए कैश और 70 हजार रुपए उसके खाते में ट्रांसफर किया था।
पुलिस मामले की छानबीन और आरोपित की धरपकड़ में जुट गई है। पुलिस के अनुसार मंटू कुमार सिंह पिछले दिनों सोहरा पंचायत के मुखिया की गाड़ी पर फायरिंग करने के मामले में भी वांछित है। थाना प्रभारी विवेक कुमार ने बताया कि सभी बिंदुओं पर मामले को गंभीरता से जांच की जा रही है। आरोपित को बख्शा नहीं जायेगा।
छह लाख में नौकरी देने की बात कह की ठगी :
दर्ज प्राथमिकी में बलिया के दोकटी गांव निवासी अखिलेश कुमार सिंह ने बताया है कि आरोपित मंटू कुमार सिंह अप्रैल 2018 में अपने रिश्तेदार के घर गया था। वहां उसने अपने को नागालैंड पुलिस में नौकरी करने और एसपी का ड्राइवर होने की बात कही थी।
तब उसने कहा था कि वह नौकरी लगवा देगा। सबकुछ उसके हाथ में है। एक लड़के के छह लाख रुपए लगेंगे। ऐसे में उसके बाद बहुत लड़के उसके झांसे में आ गए। सिर्फ दोकटी गांव के कम से कम दस लड़के उसके
झांसे में फंस गए और नौकरी के लिए पैसे दे दिया। उस क्रम में उसने भी 73 हजार रुपए दिया। उसके बाद वह आज-कल करने लगा। कुछ दिन बाद मोबाइल उठाना भी बंद कर दिया। अखिलेश कुमार सिंह द्वारा लेनेदेन के साक्ष्य के तौर पर खाते का कॉपी, बातचीत की रिकॉर्डिंग और आरोपित का पुलिस ड्रेस पहने फोटो उपलब्ध कराया है।