जदयू नेता रवि उज्ज्वल कुशवाहा ने धरहरा में शोक संतप्त परिवार से की मुलाकात

जदयू नेता रवि उज्ज्वल कुशवाहा मंगलवार को धरहरा गांव पहुंचे, जहां उन्होंने पैक्स अध्यक्ष लक्ष्मण कुशवाहा के घर जाकर उनके पुत्र नीतीश कुमार सिंह के असमय निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया। कुछ दिन पूर्व क्रिकेट खेलते समय लगी गंभीर चोट के कारण नीतीश की मृत्यु हो गई थी। इस दुखद घटना से पूरा क्षेत्र शोक में डूबा हुआ है।

जदयू नेता रवि उज्ज्वल कुशवाहा ने धरहरा में शोक संतप्त परिवार से की मुलाकात

-- क्रिकेट खेलते समय चोट से नीतीश कुमार सिंह की मौत, जदयू नेता ने परिवार को ढांढस बंधाया

केटी न्यूज/डुमरांव।

जदयू नेता रवि उज्ज्वल कुशवाहा मंगलवार को धरहरा गांव पहुंचे, जहां उन्होंने पैक्स अध्यक्ष लक्ष्मण कुशवाहा के घर जाकर उनके पुत्र नीतीश कुमार सिंह के असमय निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया। कुछ दिन पूर्व क्रिकेट खेलते समय लगी गंभीर चोट के कारण नीतीश की मृत्यु हो गई थी। इस दुखद घटना से पूरा क्षेत्र शोक में डूबा हुआ है।

नीतीश कुमार सिंह, जेएनयू (जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय) दिल्ली के छात्र थे। वे उच्च शिक्षा के साथ-साथ क्रिकेट की नियमित प्रैक्टिस भी करते थे और अपने खेल कौशल से साथियों और प्रशिक्षकों के बीच पहचान बना रहे थे। सूत्रों के अनुसार खेल के दौरान अचानक लगी गहरी चोट ने उनकी हालत गंभीर कर दी, जिसके बाद उपचार के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली। युवा और प्रतिभावान छात्र की इस तरह हुई मौत ने परिवार सहित पूरे गांव को स्तब्ध कर दिया है।

शोक संवेदना व्यक्त करने पहुंचे जदयू नेता रवि उज्ज्वल कुशवाहा ने परिजनों से मुलाकात कर दुख की इस घड़ी में हर संभव सहयोग का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि नीतीश एक होनहार युवा थे जिनका जाना न केवल परिवार के लिए बल्कि पूरे समाज के लिए अपूरणीय क्षति है। उन्होंने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति और शोकाकुल परिवार को इस कठिन समय में धैर्य प्रदान करने की प्रार्थना की।

स्थानीय लोगों ने बताया कि नीतीश न केवल पढ़ाई और खेल में उत्कृष्ट थे, बल्कि अपने शांत, विनम्र और संस्कारी व्यवहार के लिए भी जाने जाते थे। उन्हें क्रिकेट का गहरा शौक था और वे भविष्य में खेल जगत में नाम कमाने की इच्छा रखते थे। उनके निधन से गांव में गम का माहौल है और लगातार लोगों का परिवार के घर पहुंचकर सांत्वना देने का सिलसिला जारी है।ग्रामवासियों के अनुसार इस घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। वहीं जदयू नेता की मौजूदगी ने परिवार को थोड़ी दिलासा दी है। परिवारजन अब भी सदमे में हैं और पुत्र की याद में टूटे हुए हैं।