50 हजार रुपए के विवाद में अगवा कातिब की हत्या, शव बरामद
- खेताड़ी मोहल्ला स्थित तालाब से गुरुवार की सुबह मिला शव
केटी न्यूज/आरा
शहर के टाउन क्षेत्र के धनुपरा से अगवा कातिब की हत्या कर दी गयी है। जिसका शव गुरुवार की सुबह थाना क्षेत्र के खेताड़ी मोहल्ला स्थित तालाब से बरामद हुआ। मृतक नवादा थाना क्षेत्र के गिरजा मोड़ निवासी सुशील कुमार श्रीवास्तव थे, जो पेशे से लाइसेंसी कातिब थे और आरा के रजिस्ट्री ऑफिस में काम करते थे। पैसे के विवाद में उनको छह अगस्त को धनुपरा से अगवा किया गया था।
उसे लेकर प्राथमिकी भी दर्ज करायी गयी थी। पुलिस की दबिश के कारण मुख्य आरोपित खेताड़ी मोहल्ला के निवासी मो. अकबर ने बुधवार को कोर्ट में सरेंडर कर दिया। उसके बाद खोजबीन में जुटी पुलिस को शव मिल गया। उसके बाद पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया। मृतक के छोटे भाई प्रकाश गौरव ने बताया कि उनके भाई ने रजिस्ट्री के लिए खेताड़ी मोहल्ला निवासी मो. अकबर नामक व्यक्ति से 50 हजार रुपये लिया था।
काम कराने में थोड़ा लेट हो गया। उसे लेकर अकबर द्वारा पैसे लौटाने का दबाव दिया जा रहा था। उनके भाई ने दो दिन का समय लिया था। उस बीच 6 अगस्त की शाम करीब चार बजे बजे शाम उनके भाई एक व्यक्ति को जमीन दिखाने धनुपरा गये थे। तभी अकबर अपने अन्य साथियों के साथ आ पहुंचा और उनका अपहरण कर लिया। उसके बाद अकबर ने कॉल कर कहा कि पैसे लेकर जल्दी धनुपरा आओ और अपने भाई को ले जाओ।
जिसके बाद परिजन तत्काल 10 हजार रुपये का इंतजाम कर धनुपरा पहुंचे। जहां उसने दोबारा फोन कर कहा कि मोती टोला स्थित आयुष हॉस्पिटल के पास आओ। वह वहां पहुंचे, तो वहां तीन लोग मौजूद थे। दो लोगों ने उनके भाई को एक कमरे में बंद कर रखा था। जबकि एक उनसे पैसा लेने आया था। उसके बाद उक्त व्यक्ति द्वारा फोन पर उनके बड़े भाई सुशील कुमार श्रीवास्तव से बात करायी गई।
बात करने के दौरान उनके भाई ने कहा कि 10 हजार रुपये चन्हें दे दो और बाकी का 40 हजार रुपया का इंतजाम कर जल्दी लाओ, नहीं तो उसे मार डालेंगे। घर आने के बाद उन्होंने शाम करीब 8 बजे अकबर के मोबाइल पर फोन किया, तो उसने गाली-गलौज करते हुए कहा कि वह किसी सुशील कुमार श्रीवास्तव को नहीं जानता है। उसके बाद से उनके भाई और अकबर का मोबाइल बंद हो गया। उसके बाद उन्होंने टाउन थाना में
मो.अकबर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी। पुलिस अभी छापेमारी कर रही थी कि बुधवार को अकबर द्वारा सरेंडर कर दिया गया। गुरुवार की सुबह उन्हें पुलिस के जरिए सूचना मिली कि उनके भाई का खिताड़ी मोहल्ला स्थित झाड़ीनुमा तालाब से मिला है।