दो पक्षों के विवाद में रणक्षेत्र बना कोरानसराय, घंटो मचा रहा बवाल

दो पक्षों के विवाद में रणक्षेत्र बना कोरानसराय, घंटो मचा रहा बवाल

जमीन विवाद से जुड़ा है तार, रास्ते पर खड़ी बाइक बनी बहाना, दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर मारपीट व फायरिंग का लगाया आरोप

केटी न्यूज/डुमरांव

कोरानसराय थाना क्षेत्र का स्थानीय गांव शुक्रवार की देर शाम दो पक्षों के बीच विवाद में रणक्षेत्र बन गया था। मात्र रास्ते पर खड़ी बाइक हटाने के सवाल पर शुरू हुए इस विवाद की असल जड़ जमीन विवाद से जोड़कर देखा जा रहा है। जबकि इस दौरान मामाल काफी उग्र हो गया था तथा विवाद के दौरान हवाई फायरिंग भी किया गया। दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर जान मारने की नियत से गोलीबारी करने, धमकी देने, रंगदारी मांगने तथा सोने का चेन छिनने जैसे गंभीर आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। इस मामले में एक पक्ष के कोरान निवासी अभय दूबे पिता स्व दीनानाथ दूबे ने गांव के ही पंकज तिवारी,

राजन तिवारी, गौतम तिवारी, सम्राट तिवारी तथा बुआ तिवारी पर जान मारने की धमकी देने, हवाई फायरिंग करने, रंगदारी मांगने तथा सोने का चेन छिनने का आरोप लगाया है तो दूसरे पक्ष के गौतम तिवारी ने अभय दूबे समेत 20-30 अज्ञात लोगों पर दरवाजे पर चढ़कर गाली गलौज व मारपीट करने तथा फायरिंग करने का आरोप लगाया है। 

सड़क किनारे से बाइक हटाने को लेकर शुरू हुआ था विवाद

मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार की देर शाम पंकज तिवारी अपने चारपहिया वाहन से कोरानसराय मुख्य चौक से घर जा रहा था। थोडा आगे रास्ते पर कुछ लोगों ने अपनी बाइक खड़ी की थी। जिस कारण उसे अपना वाहन ले जाने में परेशानी हो रही थी। पंकज ने बाइक हटाने को कहा लेकिन बाइक चालक अड़ गया। जिसके बाद दोनों के बीच मारपीट हो गई। बताया जाता है कि बाइक चालक गड़ही डेरा का था। इस विवाद में अभय दूबे भी कूद पड़ा। जानकारों का कहना है कि अभय तथा पंकज के

परिवारों के बीच पूर्व से जमीन का विवाद भी चल रहा है। अभय ने ही गडही डेरा में फोन कर इस घटना की जानकारी दी। तब गडही डेरा के दर्जनों लोग लाठी डंडा से लैश हो पंकज तिवारी के दरवाजे पर आ धमके थे। बताया जाता है कि इसी दौरान फायरिंग भी हुई थी। इसकी जानकारी मिलते ही तत्काल कोरानसराय पुलिस मौके पर पहुंची। बताया जाता है कि इस दौरान कोरानसराय चौक पर करीब एक घंटे तक हंगामा होते रहा। यदि पुलिस ने सुझबूझ से काम नहीं लिया होता तो बड़ी अनहोनी हो सकती थी। 

क्या कहते है थानाध्यक्ष\

छोनों तरफ से लिखित शिकायत दर्ज कराई गई है। मामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद ही आरोपियों को पकड़ा जाएगा। फिलवक्त स्थिति नियंत्रण में है। दोनों पक्षों को शांत रहने का निर्देश दिया गया है।