बाईपास निर्माण में भू-अधिग्रहण और आरओबी पर अटकी फाइलें, विधायक ने दिया आश्वासन

डुमरांव में वर्षों से अधर में लटकी बाईपास परियोजना एक बार फिर सुर्खियों में है, लेकिन इस बार उम्मीदों के साथ। नवनिर्वाचित विधायक राहुल कुमार सिंह ने बुधवार की सुबह परियोजना की मौजूदा स्थिति पर महत्वपूर्ण अपडेट देते हुए स्पष्ट किया कि बाईपास का काम राजनीतिक व प्रशासनिक उदासीनता में नहीं, बल्कि दो प्रमुख तकनीकी अड़चनों में फंसा है—भू-अधिग्रहण और रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) निर्माण की स्वीकृति।

बाईपास निर्माण में भू-अधिग्रहण और आरओबी पर अटकी फाइलें, विधायक ने दिया आश्वासन

__ प्रधान सचिव व उपमुख्यमंत्री से मिले विधायक राहुल सिंह, डीएम को मिला त्वरित समाधान का निर्देश, वर्षों से लटकी है बाईपास निर्माण की योजना 

केटी न्यूज/डुमरांव 

डुमरांव में वर्षों से अधर में लटकी बाईपास परियोजना एक बार फिर सुर्खियों में है, लेकिन इस बार उम्मीदों के साथ। नवनिर्वाचित विधायक राहुल कुमार सिंह ने बुधवार की सुबह परियोजना की मौजूदा स्थिति पर महत्वपूर्ण अपडेट देते हुए स्पष्ट किया कि बाईपास का काम राजनीतिक व प्रशासनिक उदासीनता में नहीं, बल्कि दो प्रमुख तकनीकी अड़चनों में फंसा है—भू-अधिग्रहण और रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) निर्माण की स्वीकृति।विधायक ने बताया कि वे इस मुद्दे को लेकर सीधे प्रधान सचिव से मिले हैं, जहां परियोजना की प्रगति को लेकर विस्तार से चर्चा हुई।

इसके साथ ही उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को भी जिले के दौरे के दौरान इस गंभीर समस्या से अवगत कराया गया। उप मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया है कि डुमरांव बाईपास को अब प्राथमिकता वाले कामों में शामिल कर दिया गया है, और अटके हुए दोनों बिंदुओं पर जल्द कार्रवाई देखने को मिलेगी।राहुल सिंह के अनुसार, बाईपास का सबसे बड़ा पेंच किसानों की जमीन अधिग्रहण प्रक्रिया में उत्पन्न विवाद है, जो लंबे समय से समाधान की प्रतीक्षा में है। दूसरी ओर, रेलवे लाइन के ऊपर प्रस्तावित ओवरब्रिज के तकनीकी डिजाइन व स्वीकृति को लेकर मामला अटका हुआ है।

इन दोनों मोर्चों पर दिक्कतें दूर करने के लिए विधायक ने उप मुख्यमंत्री और प्रधान सचिव को विस्तृत ज्ञापन सौंपा था।उच्चस्तरीय बैठकों के बाद जिम्मेदार अधिकारियों ने जिले के डीएम को इस मामले में तत्काल संज्ञान लेने और आवश्यक कार्यवाही तेज करने का निर्देश दिया है। विधायक का दावा है कि अब बाईपास परियोजना फाइलों में नहीं, जमीन पर आगे बढ़ती दिखेगी। उन्होंने कहा कि अब प्रशासनिक स्तर पर सक्रियता बढ़ी है और उम्मीद है कि डुमरांव के लोगों को जल्द ही एक बड़ी राहत मिलेगी।

डुमरांव शहर के विकास में बाईपास महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इससे न केवल यातायात व्यवस्थित होगा, बल्कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर भारी वाहनों का दबाव कम होगा और शहर के भीतर सड़क सुरक्षा भी बेहतर होगी। वर्षों से इंतजार कर रहे लोगों को अब इस परियोजना से वास्तविक उम्मीद बंधी है कि लंबे समय से जमी धूल अब हटेगी और बाईपास का निर्माण नए सिरे से गति पकड़ेगा।