लाखनडिहरा व बंझूडेरा गोलीकांड में हमलावरों की गिरफ्तारी में सुस्त है स्थानीय पुलिस
- छह दिन बाद भी नहीं गिरफ्तार हुए अपराधी, सरेंडर करने का इंतजार कर रही है पुलिस
केटी न्यूज/डुमरांव
गुरूवार को डुमरांव थाना क्षेत्र के लाखनडिहरा व बंझू डेरा गांव में 15 घंटे के अंतराल पर दो युवकों को गोली मारी गई थी। दोनों की हालत गंभीर है। इस मामले में लाखनडिहरा के पीड़ित पक्ष ने सात लोगों पर जबकि बंझू डेरा में जख्मी के पिता ने चार लोगों पर नामजद एफआईआर दर्ज कराया था। लेकिन इस घटना के छह दिन बाद भी पुलिस दोनों कांडो के किसी अभियुक्त को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। हालांकि पुलिस छापेमारी का दावा कर रही है जबकि आरोपी उनकी पकड़ से दूर है।
ऐसे में पुलिस अब उनके कोर्ट में सरेंडर करने का इंतजार कर रही है। जिससे पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे है। दूसरी तरफ दोनों गांवों में युवकों को गोली मारे जाने के बाद से ही गुटीय तनाव चरम पर है। ग्रामीण हिंसा प्रतिहिंसा की आशंका से सहमें हुए है। बता दें कि गुरूवार की सुबह दौड़ का अभ्यास करने गए लाखनडिहरा के सुरेश यादव के 22 वर्षीय पुत्र जितेन्द्र यादव को मुख्य पथ पर ही गांव के नामजद युवकों ने घेरकर गोली मार दिया था।
वही देर रात बंझू डेरा गांव के भगेलू यादव के 23 वर्षीय पुत्र राकेश यादव को नशे के विवाद में घर से बुलाकर हरियाणा फार्म परिसर स्थित झाड़ियों में ले जाकर नामजदों ने गोली मार दिया था। इस घटना के बाद डुमरांव के नये थानाध्यक्ष दिनेश कुमार मालाकार ने घटना में शामिल लोगों को शीघ्र गिरफ्तार करने की बात कही थी। लेकिन छह दिन बाद भी अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं होने से कई सवाल खड़े हो रहे है। इस संबंध में थानाध्यक्ष दिनेश कुमार मालाकार ने कहा कि दोनों घटनाओं में शामिल हमलावर फरार हो गए है। गिरफ्तारी के लिए पुलिस हर दिन संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है।