महिला सुरक्षा व सशक्तिकरण की अलख जगाने बक्सर पहुंची मध्य प्रदेश की आशा मालवीय, डीएम ने किया सम्मानित
महिला सुरक्षा व सशक्तिकरण की अलख जगाने बक्सर पहुंची मध्य प्रदेश की आशा मालवीय, डीएम ने किया सम्मानित
लोगों को जागरूक करने के लिए साइकिल से देश यात्रा पर निकली है बुक ऑफ रिकार्ड होल्डर
अबतक 21 राज्य तथा 18 हजार 450 किलोमीटर यात्रा कर चुकी है आशा
केटी न्यूज/बक्सर
देशभर में महिला सुरक्षा व सशक्तिकरण पर चर्चाएं चल रही हैं। केन्द्र से लेकर राज्य सरकार तक इस पर जोर दे रही हैं। महिलाओं से संबंधित कानून को सख्त किया जा रहा हैं। बावजूद महिला उत्पीड़न, हिंसा आदि में कमी नहीं आ रही हैं। अब इस विषय पर लोगों को जागरूक करने के लिए मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले की निवासी तथा राष्ट्रीय खिलाड़ी व पर्वतारोही (बुक ऑफ रिकॉर्ड होल्डर) आशा मालवीय ने लोगों को जागरूक करने की ठानी हैं। इसी कड़ी में वे शनिवार को बक्सर पहुंची। इस दौरान बक्सर डीएम अंशुल अग्रवाल ने उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया तथा उनके प्रयासों की जमकर सराहना की। डीएम ने कहा कि उनका प्रयास लोगों के लिए अनुकरणीय हैं। यदि समाज महिलाओं की सुरक्षा के प्रति सजग हुआ तो पूरे देश से महिलाओं पर हो रहे हिंसा, उत्पीड़न को रोका जा सकता हैं। बता दें कि आशा पूरे देश में साइकिल से घुम लोगों को महिलाओं के प्रति सोंच बदलने तथा उन्हें सुरक्षित माहौल देकर सशक्त बनाने के लिए प्रेरित कर रही हैं। इस भागीरथी प्रयास की शुरूआत एक नवंबर 2022 को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हुई थी तथा समापन इस बार 15 अगस्त को देश की राजधानी नई दिल्ली में होगी। वे अकेले ही पूरे देश का साइकिल से भ्रमण कर लोगों को जागरूक कर रही हैं। इस दौरान जगह-जगह पर रूक लोगों से मुलाकात कर अपने उदेश्यों को बारे में जानकारी दे रही हैं। आशा मालवीय अबतक 21 राज्यों तथा 18 हजार 450 किलोमीटर यात्रा कर चुकी हैं। उनका लक्ष्य कुल 28 राज्यों में 25 हजार किलोमीटर की यात्रा तय करना हैं। बिहार उनके लिए 22 वां राज्य हैं। वे बिहार के किशनगंज जिले से अपनी यात्रा की शुरूआत करते हुए पटना, आरा होते हुए बक्सर पहुंची। इसके बाद वे यूपी में प्रवेश करेंगी। आशा ने बताया कि उनका उदेश्य हैं कि देशभर में महिलाओं पर हो रहे अत्याचार, हिंसा तथा उत्पीड़न बंद हो। उन्होंने कहा कि सरकार एक तरफ महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा दे रही हैं दूसरी तरफ देशभर में बहू, बेटियां असुरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं को सुरक्षा प्रदान कर उन्हें सशक्त बनाने में सरकार के साथ ही समाज की भूमिका भी महत्वपूर्ण हैं। हमें अपनी सोंच व नजरिए में बदलाव लाना होगा। आशा ने उम्मीद जताया हैं कि उनके इस यात्रा का समाज में सार्थक असर पड़ेगा। बता दें कि आशा अंतर्राष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी के साथ ही उच्च कोटि की पर्वतारोही भी हैं। वे बुक ऑफ रिकार्ड होल्डर भी हैं। उनके इस प्रयास की बक्सरवासियों ने भी मुक्तकंठ प्रशंसा की हैं तथा उनके अभियान को देश और समाज को आईना दिखाने वाला बताया हैं।