महादलितों ने किया मुरार थाना पर हमला, गश्ती वाहन को किया क्षतिग्रस्त, पुलिसकर्मियों ने भागकर बचाई जान

महादलितों ने किया मुरार थाना पर हमला, गश्ती वाहन को किया क्षतिग्रस्त, पुलिसकर्मियों ने भागकर बचाई जान
मुरार थाने की क्षतिग्रस्त जीप, थाना पर हमला के दौरान उमड़ी भीड़

- उत्पाद विभाग ने छापेमारी कर पांच शराबियों को किया था गिरफ्तार

- मुरार पुलिस को झेलना पड़ा आक्रोश

केटी न्यूज / डुमरांव

सोमवार की शाम बस्ती के पांच लोगों की गिरफ्तारी के खिलाफ सैकड़ो की संख्या में चौगाई महादलित बस्ती वालों ने अचानक मुरार थाना पर हमला कर दिया था। अचानक हुए हमले से घबड़ा पुलिसकर्मी भाग खड़े हुए। इस दौरान आक्रोशित बस्ती वालों ने थाना परिसर में जमकर उत्पात मचाया तथा परिसर में मौजूद गश्ती वाहन को क्षतिग्रस्त कर दिया। उनके आक्रोश को देख पुलिस मुकदर्शक बनी रही। हालांकि उन्हें लोगों के आक्रोश का कारण भी समझ में नहीं आ रहा था। जिस कारण पुलिस कर्मी हैरान भी थे। काफी देर बाद जब स्थानीय लोगों की पहल के बाद उनका आक्रोश शांत हुआ तब जाकर बात समझ में आई। मिली जानकारी के अनुसार उत्पाद विभाग बक्सर की टीम ने सोमवार की शाम बिना स्थानीय पुलिस को सूचना दिए चौगाई महादलित बस्ती में छापेमारी किया। उत्पाद विभाग की टीम को बस्ती से शराब के साथ ही पांच शराबी मिल गए। उत्पाद विभाग की टीम उन्हें साथ लेकर चली गई। इधर बस्ती वालों को लगा कि स्थानीय पुलिस ने उनके बस्ती वालों को गिरफ्तार किया है। इसके बाद करीब 150 की संख्या में बस्ती वाले अचानक थाना को घेर हमला कर दिए।

हालांकि उनके हमले में कोई भी पुलिसकर्मी घायल नहीं हुआ लेकिन थाना परिसर में खड़ी गश्ती वाली जीप के शीशे तोड़ उसे क्षतिग्रस्त कर दिया। करीब आधा घंटा बाद उनका आक्रोश शांत हुआ। इस दौरान ग्रामीण तथा पंचायत प्रतिनिधि भी उन्हें समझाने का प्रयास करते रहे। मुरार थानाध्यक्ष रविकांत प्रसाद ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि बस्ती वालों को उत्पाद विभाग की टीम बिना स्थानीय पुलिस को सूचना दिए उठा ले गई है। इसी के आक्रोश में बस्ती वालों ने थाना पर हमला कर दिया। उन्होंने कहा कि वरीय अधिकारियों को इस घटना की जानकारी दे दी गई है। हालांकि समाचार लिखे जाने तक थाना पर हमला के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं किया था। वैसे सूत्रों की मानें तो पुलिस की जबावी कार्रवाई का भय महादलित बस्ती वालों को भी सता रहा है। गौरलब है कि चौगाई का महादलित बस्ती शराब निर्माण व तस्करी के लिए कुख्यात है।