दो नवंबर तक जिले के कालाजार प्रभावित गांवों में होगा दवाओं का छिड़काव
- कालाजार उन्मूलन अभियान के तहत चयनित गांवों में चल रहा आईआरएस
केटी न्यूज/ आरा
31 अगस्त | कालाजार उन्मूलन अभियान को सफल बनाने के लिए जिले में इनडोर रेसिडेंशियल स्प्रे (आईआरएस) के तहत दवाओं का छिड़काव किया जा रहा है। ताकि जिले में कालाजार का प्रभाव खत्म किया जा सके और लोगों को सुरक्षित रखा जा सके। 17 अगस्त से शुरू हुआ यह अभियान दो नवंबर तक चलेगा। जिसमें कालाजार प्रभावित इलाकों के घारों में सिंथेटिक पैराथायराइड (एसपी) पाउडर का छिड़काव किया जाएगा। अभियान के तहत जिले के चार प्रखंडों के पांच गांवों का चयन किया गया है। जिनमें जगदीशपुर प्रखंड के सिअरूआं, शाहपुर प्रखंड के करिमन ठाकुर के डेरा स्थित पंचखोरी का डेरा, बड़हरा प्रखंड के फुहां अंतर्गत पूर्वी बबुरा तथा आरा सदर प्रखंड के जमिरा और वार्ड नंबर 35 व वार्ड नंबर 33 को चिह्नित किया गया है। अब तक सिअरूआं और करिमन ठाकुर के डेरा स्थित पंचखोरी का डेरा में दवाओं का छिड़काव किया जा चुका है। फिलवक्त बड़हरा के पूर्वी बबुरा में छिड़काव जारी है। उसके क्रमश: चयनित गांवों में दवाओं का छिड़काव चलेगा।
कालाजार से बचाव के लिए दी जा रही जानकारी :
अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी सह प्रभारी जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. केएन सिन्हा ने बताया कि आईआरएस के लिए माइक्रो प्लान के तहत अभियान चलाया जा रहा है। हर चिह्नित गांव के लिए विशेष अवधि निर्धारित है। ताकि, उक्त गांव के सभी घरों में ठीक से दवाओं का छिड़काव सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने बताया कि छिड़काव के दौरान एक भी घर छूटे नहीं, इसको लेकर छिड़काव टीम को भी आवश्यक और जरूरी निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा छिड़काव अभियान के दौरान सामुदायिक स्तर पर लोगों को कालाजार से बचाव के लिए आवश्यक जानकारी भी दी जा रही। उन्होंने बताया, 10 हजार की आबादी पर एक मरीज मिलने पर, वह क्षेत्र कालाजार मुक्त माना जाता है। इसलिए, हमारा जिला कालाजार के प्रभाव से नियंत्रण में है। सभी के सहयोग से जिले में कालाजार मरीजों की संख्या में लगातार गिरावट आ रही है। जिससे हमारा भोजपुर जिला पूर्ण रूप कालाजार मुक्त होने के निकट पहुंच चुका है। इसलिए, संपूर्ण जिला को कालाजार मुक्त बनाने में सभी लोगों का सकारात्मक सहयोग जरूरी है।
दवाओं के छिड़काव के दौरान लोगों को कालाजार के संबंध में विस्तृत जानकारी भी दी जा रही है। जिसमें इन बातों का यखल रखने की सलाह दी जा रही है :
- छिड़काव के पूर्व घर की अन्दरूनी दीवार की छेद/दरार बंद कर दें।
- घर के सभी कमरों, रसोई घर, पूजा घर, एवं गोहाल के अंदरूनी दीवारों पर छः फीट तक छिड़काव अवश्य कराएं। छिड़काव के दो घंटे बाद घर में प्रवेश करें।
- छिड़काव के पूर्व भोजन सामग्री, बर्तन, कपड़े आदि को घर से बाहर रख दें।
- ढाई से तीन माह तक दीवारों पर लिपाई-पुताई ना करें, जिसमें कीटनाशक (एसपी) का असर बना रहे।
- अपने क्षेत्र में कीटनाशक छिड़काव की तिथि की जानकारी आशा दीदी से प्राप्त करें।