छूटे हुए लाभुकों के लिए सात अक्टूबर से शुरू होगा एमडीए का फॉलो अप राउंड

छूटे हुए लाभुकों के लिए सात अक्टूबर से शुरू होगा एमडीए का फॉलो अप राउंड

- सात अक्टूबर से जिले में एमडीए अभियान से वंचित लाभुकों को खिलाई जाएगी दवाएं

- पंचायत वार एमडीए का अनुश्रवण कर छूटे हुए लाभुकों को किया जा रहा चिह्नित

केटी न्यूज/आरा

जिले में फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर चलाए जा रहे सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) अभियान का आज समापन है। जिसके बाद राज्य स्वास्थ्य समिति के निर्देश पर सभी प्रखंडों में सात अक्टूबर से फॉलो अप राउंड चलाया जाएगा। जिसमें एमडीए के दौरान छूटे हुए लाभुकों को विशेष अभियान के तहत दवाओं का सेवन कराया जाएगा। ताकि, हर हाल में सभी लाभुकों को दवाओं का सेवन सुनिश्चित किया जाएगा। जिसको लेकर जिले के सभी प्रखंडों में अनुश्रवण और निगरानी तेज कर दी गई है। इस क्रम में बिहिया प्रखंड अंतर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर भी एमडीए अभियान को सफल बनाने का कार्य जोरों पर है। जिसके तहत प्रतिदिन प्रखंड के सभी पंचायतों में फ्रंट लाइन वर्कर्स द्वारा लोगों को दवाओं का सेवन कराने और छूटे हुए लाभुकों की संख्या का अनुश्रवण किया जा रहा है। ताकि, सात अक्टूबर से छुटे हुए लाभुकों, घरों और संस्थानों में अभियान चलाकर दवाओं का सेवन कराया जा सके।

अभियान में नहीं छूटेगा कोई भी घर : 

बीसीएम राजू सिन्हा ने बताया कि प्रखंड में एमडीए के पूर्व सभी आशा फैसिलिटेटर व आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया जा चुका है। जिसके कारण एमडीए अभियान के दौरान किसी प्रकार की समस्या सामने नहीं आई। जैसा की उन्हें बताया गया था कि किसी भी लाभुक को खाली पेट दवाओं का सेवन नहीं कराना है, इस कारण अभियान के दौरान एडवर्स एफेक्ट के मामले भी कम रहे। जो अपने आप में बड़ी बात है। साथ ही, यह लोगों के जागरूक होने का संकेत भी है। उन्होंने बताया कि एमडीए अभियान के बाद प्रखंड के सभी पंचायतों की रिपोर्ट तैयार की जाएगी, जिसमें छूटे हुए लाभुकों को चिह्नित किया जाएगा। उसी आधार पर फॉलोअप राउंड में लोगों को दवाओं का सेवन करा कर लक्ष्य पूरा किया जाएगा।

फाइलेरिया रोधी दवाओं का सेवन सबके लिए जरूरी : 

अप मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी सह जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. के.एन. सिन्हा ने कहा कि स्वस्थ समाज के लिए फाइलेरिया एक अभिशाप है। जिसे खत्म करने में स्वास्थ्य विभाग जुटा हुआ है। फाइलेरिया रोधी दवाओं का सेवन सबके लिए जरूरी है। लेकिन यह तब तक संभव नहीं है, जब तक जिले के लोगों का पूरा सहयोग नहीं मिलेगा। फाइलेरिया को जड़ से खत्म करने के लिए अभी लोग आगे आएं और दवाओं का सेवन कर अपनी जिम्मेदारी सुनिश्चित करें। उन्होंने बताया कि इस अभियान में अब फाइलेरिया पेशेंट प्लेटफार्म के सदस्य भी आगे आ रहे हैं। जो लोगों को इस बीमारी के दुष्प्रभावों की जानकारी देकर लोगों को दवाओं का सेवन करने के लिए जागरूक कर रहे हैं, जो अच्छी बात है। इससे लोग अभियान की महत्ता को बखूबी समझेंगे।