यूपी से तस्करी कर लाई जा रही तीन दर्जन से अधिक मवेशी बरामद,गंगा के रास्ते नाव से हो रही थी तस्करी
चौसा रानी घाट पर मुफस्सिल थाने की पुलिस ने गुप्त सूचना पर छापेमारी कर पशु तस्करी के एक बड़े गिरोह को पकड़ा है।इस दौरान पुलिस ने कुल नौ तस्करों को दबोचा।नाव के सहारे यूपी से तस्करी कर लाई जा रही
केटी न्यूज/बक्सर
मुफस्सिल थाने की पुलिस ने गुप्त सूचना पर चौसा रानी घाट पर छापेमारी कर पशु तस्करी के एक बड़े गिरोह को पकड़ा है। इस दौरान पुलिस ने कुल नौ तस्करों को दबोचने के साथ ही नाव के सहारे यूपी से तस्करी कर लाई जा रही तीन दर्जन से अधिक मवेशियों को बरामद किया है। जिनमें गाय के अलावे बछड़े व सांढ़ भी शामिल है। पुलिस ने जिन पशुओं को बरामद किया है, उनमें एक भी दुधारू नहीं है। जाहिर है, उन्हें वधशाला पहुंचाने की नियत से ही तस्करी कर लाया जा रहा था। हालांकि, मौके पर नाविक पुलिस को चकमा दे भागने में सफल रहा।
पशुओं को बरामद करने के बाद पुलिस ने इसकी सूचना वरीय अधिकारियों के साथ ही पशु क्रुरता निवारण समिति को दी। सूचना पर पहंुचे पशु क्रुरता निवारण समिति के निरीक्षक दीपक कुमार इस मामले में नौ तस्करों पर एफआईआर दर्ज कराया है। आवश्यक पूछताछ के बाद तस्करों को न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत करने की कार्रवाई की जा रही थी। वही, पशुओं को फिलहाल चौसा मेला में ही बांध कर रखा गया है, जहां से इन्हें आदर्श गौशाल बक्सर पहुंचाया जाएगा। तस्करों से मिली प्रारंभिक जानकारी के अनुसार सभी मवेशियों को बंगाल और झारखंड भेजने की तैयारी थी।
बता दें कि पशु मेले की आड़ में पशुओं की तस्करी का धंधा पूर्व से चला आ रहा था। हालांकि, इसके पीछे तस्कर से लेकर पुलिस का भी सहयोग रहता था। इधर, मुफस्सिल थाने में नए पदाधिकारी के अलावा जिले में पुलिस कप्तान भी नए आ गए। जिनके द्वारा गलत कार्याे पर सख्ती बरतने का निर्देश जारी किया गया।
इधर, पुलिस ने बताया की मंगलवार की अहले सुबह पुलिस को गुप्त सूचना मिली चौसा रानी घाट पर गंगा उस पार से नाव पर भारी संख्या में तस्करी की मवेशी लायी जा रही है। उस समय सुबह के तीन बजे रहे थे। जहा खुद थाना प्रभारी अरविंद कुमार सशस्त्र बलों के साथ रानी घाट पहुंचे। उस दौरान मवेशियों को नाव से उतार तस्कर सभी मवेशियों को लेकर पैदल आ रहे थे। तभी पुलिस ने सभी की घेराबंदी कर मवेशियों के साथ तस्करों को गिरफ्तार कर लिया गया। जिनसे पहले मवेशियों के कागजात मांगे लेकिन, कोई कागजात नही रहने पर सभी को थाने लाया गया। इधर, गिरफ्तारी की जानकारी होते ही नाविक नौका ले फरार हो गए। थानाध्यक्ष अरविंद कुमार ने बताया कि इस मामले में कुल 37 गाय व कुछ बछड़ों के अलावा सांड भी पकड़े गए है। जिनमें कुल छह लोगों को गिरफ्तार किया गया। इसकी सूचना पशु क्रुरता निवारण समिति को देने के बाद पहुंचे पशु क्रुरता के निरीक्षक दीपक कुमार द्वारा कागजी कार्रवाई की जा रही है। अब उनके आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज की जाएगी, साथ ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। वही, पकड़े गए मवेशियों को पशु मेले में रखा जा रहा है।
इन तस्करों को किया गया है गिरफ्तार
पुलिस ने पशु तस्करी के आरोप में जिन तस्करों को पकड़ा है उनमें रविन्द्र पटेल पिता मुशाफिर चौधरी, लव कुमार व कुश कुमार दोनों पिता विष्णु गोंड, मिथिलेश कुमार पिता सुरेन्द्र राम, चौसा नरबतपुर के अनिल यादव पिता रामजी यादव, कैमूर जिला के दुर्गावती थाना क्षेत्र के बड़हरा निवासी मनोज यादव पिता कामता यादव, उत्तर प्रदेश के चंदौली जिला के पईन थाना क्षेत्र के ककरई गांव के कैलाश यादव व राम प्यारे यादव पिता घुरहु यादव तथा गाजीपुर के करंडा थाना क्षेत्र के मलपुरवा गांव निवासी रामलाल यादव पिता रामलगन यादव शामिल है। सभी को जेल भेजा जा रहा है। पुलिस की इस कार्रवाई से पशु तस्करों में हड़कंप मच गया है।
मुफस्सिल पुलिस से मिली जानकारी के बाद मौके पर पहुंच निरीक्षण किया गया। पशुओं को कु्ररता पूर्वक लाया गया है। उनके खाने पीने का प्रबंध भी नहीं था। कुल नौ तस्करों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया गया है। - दीपक कुमार, निरीक्षक, एसपीसीए