रामरेखा घाट पर नाबालिग ने की आत्महत्या की कोशिश, समय रहते बचाई गई जान
समाज में व्याप्त बाल विवाह जैसी कुप्रथाएं आज भी बेटियों की ज़िंदगी को अंधकार की ओर धकेल रही हैं। ऐसा ही एक मामला गुरुवार को रामरेखा घाट पर देखने को मिला, जहां एक 17 वर्षीय किशोरी ने मानसिक दबाव के चलते गंगा नदी में कूदकर आत्महत्या का प्रयास किया। गनीमत रही कि घाट पर मौजूद स्थानीय पुजारी अमरनाथ उर्फ लाला बाबा ने समय रहते हस्तक्षेप किया और एक मासूम की जान को बचा लिया।

केटी न्यूज/बक्सर
समाज में व्याप्त बाल विवाह जैसी कुप्रथाएं आज भी बेटियों की ज़िंदगी को अंधकार की ओर धकेल रही हैं। ऐसा ही एक मामला गुरुवार को रामरेखा घाट पर देखने को मिला, जहां एक 17 वर्षीय किशोरी ने मानसिक दबाव के चलते गंगा नदी में कूदकर आत्महत्या का प्रयास किया। गनीमत रही कि घाट पर मौजूद स्थानीय पुजारी अमरनाथ उर्फ लाला बाबा ने समय रहते हस्तक्षेप किया और एक मासूम की जान को बचा लिया।
किशोरी ने बताया कि वह नया भोजपुर थाना क्षेत्र की निवासी है और उसके माता-पिता उसकी जबरन शादी कराना चाह रहे थे। यह दबाव उसके लिए असहनीय हो गया था। लेकिन, एक पुजारी की संवेदनशीलता और पुलिस की तत्परता ने मिलकर न केवल उसकी जान बचाई, बल्कि यह भी दिखाया कि जब समाज का हर वर्ग सजग हो तो बदलाव संभव है।
नगर थानाध्यक्ष मनोज कुमार सिंह ने बताया कि किशोरी को परामर्श के लिए थाने लाया गया है और परिवार को सूचित किया गया है। मामले की जांच के साथ-साथ किशोरी की काउंसलिंग की व्यवस्था की जा रही है, ताकि वह दोबारा ऐसा कोई कदम न उठाए।