बुनियादी साक्षरता परीक्षा में नवसाक्षरों ने लिया भाग, उलझी रही सवालों में

महारानी उषारानी बालिका उच्च विद्यालय में तालिमी मरकज की तरफ से आयोजित बुनियादी साक्षरता परीक्षा का आयोजन रविवार को किया गया। इस परीक्षा में नवसाक्षर महिलाओं ने भाग लेकर अपनी योग्यता को कागज पर उतारा। इस दौरान परीक्षा दे रही महिलाएं कई प्रश्नों पर उलझी रही फिर अपने अगलबगल ताक-झांक करते हुए जानकारी लेती रही। इस दौरान प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी सुधांशु कुमार, डाटा ऑपरेटर उत्सव कुमार, केआरपी निर्मला कुमारी गार्डिंग करते रहे। परीक्षा शांतिपूर्ण ढंग से आयोजित रहा, जिसमें स्कूल के प्रधानाध्यापक सचिन्द्र कुमार तिवारी का काफी सहयोग रहा।

बुनियादी साक्षरता परीक्षा में नवसाक्षरों ने लिया भाग, उलझी रही सवालों में

केटी न्यूज/डुमरांव।  

महारानी उषारानी बालिका उच्च विद्यालय में तालिमी मरकज की तरफ से आयोजित बुनियादी साक्षरता परीक्षा का आयोजन रविवार को किया गया। इस परीक्षा में नवसाक्षर महिलाओं ने भाग लेकर अपनी योग्यता को कागज पर उतारा। इस दौरान परीक्षा दे रही महिलाएं कई प्रश्नों पर उलझी रही फिर अपने अगलबगल ताक-झांक करते हुए जानकारी लेती रही। इस दौरान प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी सुधांशु कुमार, डाटा ऑपरेटर उत्सव कुमार, केआरपी निर्मला कुमारी गार्डिंग करते रहे। परीक्षा शांतिपूर्ण ढंग से आयोजित रहा, जिसमें स्कूल के प्रधानाध्यापक सचिन्द्र कुमार तिवारी का काफी सहयोग रहा। 

 विदित हो कि गांव, टोला, मोहल्लों में तालिमी मरकज के द्वारा महिलाओं को शिक्षा सेवक वैसी महिलाओं को खोज-खोज उन्हें शिक्षित करने का काम करते हैं। जो महिलाएं शिक्षा ग्रहण किया है, उसकी परीक्षा का आयोजन रविवार को किया गया। डुमरांव शहर में महिलाओं को शिक्षित करने के लिये तालिमी मरकज के शिक्षा सेवक, फैज इमाम, इशरत खातून, रेशमा परवीन ने पढ़ाकर शिक्षित किया था। उन्हीं नवसाक्षर महिलाओं की लिखित परीक्षा लिया जा रहा था। परीक्षा देने पहुंची महिलओं में उम्रदराज और कम उम्र की महिलाएं थी। जब उन्हें प्रश्न पत्र सहित कॉपी दिया गया तो उन्हें काफी खुशी हुई। परीक्षा देकर जब निकली तो उनका कहना था कि साक्षर होना बहुत जरूरी है। हर महिला-पुरूष को साक्षर होना जरूरी है। साक्षर परिवार के बच्चे कभी असाक्षर नहीं होंगे, आज के परिवेश में पढ़ना-लिखना बेहद जरूरी है।