जनता के दिलों में गहरी छाप छोड़ गए नया भोजपुर थानाध्यक्ष मनीष कुमार

कभी सख्त कार्रवाई से अपराधियों की नींद हराम करने वाले और कभी आम जनता के साथ दोस्ताना व्यवहार से भरोसा कायम करने वाले दारोगा मनीष कुमार अब रोहतास जिले के कच्छवा थाना की कमान संभालेंगे। 2018 बैच के इस तेज-तर्रार पुलिस अधिकारी ने डुमरांव के नया भोजपुर थाना में रहते हुए जो कामयाबियां हासिल कीं, उसने उन्हें न सिर्फ पुलिस महकमे में बल्कि आम लोगों के बीच भी अलग पहचान दिलाई।

जनता के दिलों में गहरी छाप छोड़ गए नया भोजपुर थानाध्यक्ष मनीष कुमार

-- नया भोजपुर की यादें, अब रोहतास के कच्छवा थाना की जिम्मेदारी

केटी न्यूज/डुमरांव

कभी सख्त कार्रवाई से अपराधियों की नींद हराम करने वाले और कभी आम जनता के साथ दोस्ताना व्यवहार से भरोसा कायम करने वाले दारोगा मनीष कुमार अब रोहतास जिले के कच्छवा थाना की कमान संभालेंगे। 2018 बैच के इस तेज-तर्रार पुलिस अधिकारी ने डुमरांव के नया भोजपुर थाना में रहते हुए जो कामयाबियां हासिल कीं, उसने उन्हें न सिर्फ पुलिस महकमे में बल्कि आम लोगों के बीच भी अलग पहचान दिलाई।

नया भोजपुर में उनके कार्यकाल के दौरान पुलिस की सख्ती और तत्परता अक्सर सुर्खियों में रही। दर्जनों ट्रकों से अवैध शराब की खेप जब्त करने से लेकर कई कुख्यात अपराधियों पर शिकंजा कसने तक, हर मोर्चे पर उन्होंने कड़ा संदेश दिया कि कानून से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं होगा। उनकी अगुवाई में चंदा गांव की मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा कर 40 से अधिक अवैध हथियार बरामद करना जिले की सबसे बड़ी उपलब्धियों में गिना जाता है। यह ऑपरेशन उनकी कार्यकुशलता का ऐसा उदाहरण बना, जिसकी चर्चा आज भी लोग करते हैं।

लेकिन, मनीष कुमार को सिर्फ उनकी सख्ती के लिए याद नहीं किया जाता। उनकी सबसे बड़ी पहचान रही ’’पुलिस-पब्लिक रिश्तों में पुल बनने की कला।” पुराना भोजपुर, नावाडेरा, गोपलाडेरा और चिलहरी जैसे अपराध प्रभावित इलाकों में उनके कार्यकाल में एक भी बड़ी वारदात नहीं हुई। वजह साफ थी वे न सिर्फ घटनास्थल पर सबसे पहले पहुंचते, बल्कि मोहल्लों और गांवों में आम लोगों से संवाद कर उनकी समस्याएं सीधे सुनते और समाधान की दिशा में कदम उठाते। यही कारण था कि लोग उन्हें सिर्फ थानाध्यक्ष नहीं, बल्कि “अपना साथी” मानने लगे थे।

उनके तबादले की खबर मिलते ही नया भोजपुर में लोगों की आंखें नम हो गईं। ग्रामीणों और स्थानीय लोगों का कहना है कि मनीष कुमार ने अपराध पर लगाम लगाने के साथ-साथ समाज में विश्वास और सुरक्षा की भावना को भी मजबूत किया। यही कारण है कि लोगों ने काफी भव्य तरीके से व भावुक माहौल में उन्हें विदा किया।

बेशक अब उनकी ड्यूटी की नई पारी रोहतास के कच्छवा थाना में शुरू होगी, लेकिन नया भोजपुर में बिताए उनके दिन लोगों की यादों में हमेशा जीवंत रहेंगे। 2018 बैच के अन्य साथियों की तरह उनका तबादला सामान्य प्रक्रिया है, मगर क्षेत्रवासियों के लिए यह बदलाव भावनात्मक विदाई जैसा है। मनीष कुमार का कार्यकाल यहां जनता के लिए प्रेरणा और पुलिसिंग की एक अनोखी मिसाल बनकर दर्ज हो गया है।