चुनाव कार्य में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी - जिलाधिकारी
आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर बक्सर जिला प्रशासन पूरी तरह से कमर कस चुका है। शनिवार को नगर भवन में जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी डॉ. विद्यानंद सिंह की अध्यक्षता में सेक्टर पदाधिकारी एवं पुलिस सेक्टर पदाधिकारियों की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई। इस दौरान मतदान केन्द्रों की तैयारियों से लेकर कानून-व्यवस्था के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत चर्चा की गई।

-- चुनाव की तैयारी तेज, डीएम ने अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश
-- मतदान केन्द्रों का होगा भौतिक सत्यापन, रूट चार्ट से लेकर संवेदनशील जगहों की पहचान तक का मिला जिम्मा
केटी न्यूज/बक्सर
आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर बक्सर जिला प्रशासन पूरी तरह से कमर कस चुका है। शनिवार को नगर भवन में जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी डॉ. विद्यानंद सिंह की अध्यक्षता में सेक्टर पदाधिकारी एवं पुलिस सेक्टर पदाधिकारियों की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई। इस दौरान मतदान केन्द्रों की तैयारियों से लेकर कानून-व्यवस्था के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत चर्चा की गई।
बैठक में डीएम ने साफ कहा कि चुनाव कार्य में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। हर सेक्टर पदाधिकारी अपनी जिम्मेदारी समय पर पूरी करें और इसकी रिपोर्ट संबंधित पदाधिकारी को उपलब्ध कराएं। बैठक का पहला अहम एजेंडा मतदान केन्द्रों का भौतिक सत्यापन रहा। जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने सभी सेक्टर पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अपने-अपने क्षेत्र के सभी मतदान केन्द्रों का निरीक्षण करें और सुनिश्चित करें कि मतदान के दिन मतदाताओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। साथ ही मतदान केन्द्रों तक पहुंचने के वैकल्पिक मार्ग भी चिन्हित करने के आदेश दिए गए।
-- रूट चार्ट तैयार करने का आदेश
मतदान दिवस पर विधि-व्यवस्था संधारण को लेकर डीएम ने कहा कि प्रत्येक सेक्टर पदाधिकारी मतदान केन्द्रों का रूट चार्ट अवश्य तैयार करें। इसके जरिए सुरक्षा बलों की आवाजाही और गश्ती को सुगम बनाया जा सकेगा। डीएम ने सभी अधिकारियों को स्पष्ट किया कि मतदान केन्द्रों पर पेयजल, शौचालय, पर्याप्त रोशनी और बैठने की व्यवस्था अनिवार्य रूप से उपलब्ध होनी चाहिए। दिव्यांग मतदाताओं की सुविधा के लिए रैम्प की व्यवस्था कराने का भी निर्देश दिया गया। उन्होंने कहा कि चुनाव केवल एक प्रक्रिया नहीं, बल्कि लोकतंत्र का पर्व है, इसलिए मतदाताओं की सुविधा को सर्वाेच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
-- संवेदनशील एवं सुभेद्द जगहों की पहचान
बैठक में विशेष रूप से साम्प्रदायिक दृष्टिकोण से संवेदनशील इलाकों पर चर्चा हुई। डीएम ने कहा कि सेक्टर पदाधिकारी अपनी-अपनी जिम्मेदारी के अंतर्गत आने वाले ऐसे स्थानों की पहचान करें, जहां सामाजिक या साम्प्रदायिक तनाव की संभावना रहती हो। ऐसे स्थलों की सूची बनाकर शीघ्र ही निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी, डुमरांव को प्रतिवेदन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया।
चुनाव कार्य में त्वरित सूचना आदान-प्रदान सुनिश्चित करने के लिए एक विस्तृत संप्रेषण योजना तैयार की जा रही है। इसके तहत प्रत्येक मतदान केन्द्र से कम से कम पांच स्थानीय व्यक्तियों का नाम, पता और मोबाइल नम्बर इकट्ठा किया जाएगा। इनसे समय-समय पर प्रशासन आवश्यक जानकारी प्राप्त करेगा। साथ ही स्थानीय जनप्रतिनिधियों और जीविका दीदियों का डाटाबेस भी तैयार करने का आदेश दिया गया है। यह सूची निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी बक्सर को सौंपी जाएगी।
-- डीएम का सख्त संदेश
बैठक के अंत में डीएम ने सभी अधिकारियों को दो टूक कहा कि चुनाव आयोग की मंशा के अनुरूप पारदर्शिता और निष्पक्षता से चुनाव सम्पन्न कराना हमारी पहली प्राथमिकता है। इस दिशा में कोई भी लापरवाही क्षम्य नहीं होगी। जिला प्रशासन ने चुनाव की तैयारियों को लेकर जो रणनीति बनाई है, उसमें सुरक्षा, पारदर्शिता और मतदाताओं की सुविधा तीनों को समान महत्व दिया गया है। अब देखना यह होगा कि सेक्टर पदाधिकारी इन निर्देशों को कितनी गंभीरता से अमल में लाते हैं।