प्राथमिक विद्यालय बेलहरी में बार बालाओं के साथ अश्लील डांस, विभाग मौन वीडियो वायरल
- आक्रोशित है गांव के प्रबुद्धजन, बीईओ ने घटना से जताई अनभिज्ञता, जांच कराने को कहा
- ग्रामीण होली के दिन का बता रहे है वीडियो जबकि प्रबंधन ने कहां 24 फरवरी को स्कूल परिसर में टिका था बारात
केटी न्यूज/चौगाई
होली के दिन प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय बेलहरी में बार बालाओं के साथ अश्लील डांस किए जाने का मामला प्रकाश में आ रहा है। इसका एक वीडियो भी वायरल हो रहा है। जिसमें साफ दिखाई पड़ रहा है कि विद्यालय परिसर में कुछ लोग डीजे की धून पर बार बालाओं के साथ अश्लील गीत बजा ठुमके लगा रहे है। यह घटना देर शाम की है। इस दौरान किसी ने न तो उन्हें रोकने का प्रयास किया और न ही तत्काल इसकी सूचना स्थानीय प्रशासन को दी गई। हालांकि बाद में किसी ने इसका वीडियो वायरल कर दिया। वीडियो वायरल होने के बाद जहां स्कूल प्रबंधन इसे होली के बजाए 24 फरवरी को आई एक बारात का बता रहे है तो दूसरी तरफ प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी मामले की जानकारी से अनभिज्ञता जताते हुए इसकी जांच कराने की बात कह रहे है। बात चाहे जो भी हो विद्या के मंदिर में इस तरह बार बालाओं व डीजे के साथ अश्लील हरकत से समाज के प्रबुद्ध लोगों में गहरी नाराजागी है। ग्रामीणों ने इस वीडियो की जांच करा संबंधित लोगों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि विद्यालय परिसर में ऐसे आयोजन में माहौल खराब होता है। स्कूल विद्या का मंदिर है जहां बच्चें शिक्षा ग्रहण करने आते है। ऐसे परिसर में बार बालाओं का डांस व डीजे बजाना कही से भी उचित नहीं है।
बारात के दौरान का वीडियो बता रहे है प्रधानाध्यापक
इस संबंध में विद्यालय के प्रधानाध्यापक संजय कुमार सिंह ने बताया कि इस गांव में बारात टिकाने का कोई जगह नहीं है। लिहाजा ग्रामीण स्कूल परिसर में ही बारात का ठहराव कराते है। 24 फरवरी को गांव में एक बारात आई थी। उन्होंने कहां कि वायरल वीडियो उसी बारात के दौरान का है न कि होली के दिन का। प्रधानाध्यापक के इस बयान के बाद भी कई सवाल खड़े हो रहे है। बता दें कि शिक्षा विभाग द्वारा स्कूल परिसर में बारात टिकाने तथा अन्य तरह के सामाजिक आयोजनों पर पहले ही रोक लगाई गई है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या बारात टिकाने वाले पहले इसकी स्वीकृति लिए थे और बिना स्वीकृति परिसर में बारात टिकाने तथा डीजे के धून पर बार बालाओं के डांस कराने की जानकारी मिलने के बाद प्रधानाध्यापक ने वरीय पदाधिकारियों तथा स्थानीय प्रशासन से शिकायत दर्ज क्यों नहीं करवाई थी। प्रधानाध्यापक द्वारा शिकायत दर्ज नहीं करवाए जाने से उनकी मौन स्वीकृति से इंकार नहीं किया जा सकता है।
कहते है बीईओ
इस संबंध में बीईओ सुरेश प्रसाद ने कहा कि विद्यालय परिसर में ऐसे आयोजन गैर कानूनी है। उन्होंने कहां कि उन्हें इस मामले की जानकारी नहीं थी। इसकी जांच करवा दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।