अनुमंडलीय अस्पताल की ओपीडी सेवा गायब रहे बच्चा के डॉक्टर
अनुमंडलीय अस्पताल में पदस्थापित डाक्टरों की मनमानी रुकने का नाम नहीं ले रही है। बनाए गए रोस्टर के अनुसार भी डाक्टर अपनी ड्यूटी नहीं कर रहे हैं।
- अस्पताल में दो चाइल्ड स्पेशलिस्ट डाक्टर हैं पदस्थापित
केट न्यूज/डुमरांव
अनुमंडलीय अस्पताल में पदस्थापित डाक्टरों की मनमानी रुकने का नाम नहीं ले रही है। बनाए गए रोस्टर के अनुसार भी डाक्टर अपनी ड्यूटी नहीं कर रहे हैं। डुमरांव अनुमंडलीय अस्पताल में दो बच्चा के डाक्टर डा. सतीश कुमार व डा. उपेन्द्र कुमार पदस्थापित हैं, जिसमें कोई ओपीडी सेवा में मौजूद नहीं था।
इस संबंध में अस्पताल डीएस डाक्टर गिरीश कुमार सिंह से बातचीत करने की कोशिश की गई लेकिन वे साढ़े ग्यारह बजे तक अस्पताल में नहीं पहुंचे थे। लिहाजा अस्पताल में मौजूद प्रबंधक से बात की गई तो उन्होंने बताया की इसके संबंध में मुझे कोई जानकारी नहीं है और नहीं इनके द्वारा कोई छुट्टी का आवेदन ही दिया गया है।
बिते मंगलवार को भी कोई बच्चा के डाक्टर ओपीडी सेवा में मौजूद नहीं थे। अस्पताल से डाक्टरों के गायब हाने की परंपरा कोई नई नहीं है। रोस्टर के अनुसार भी डाक्टर अपनी ड्यूटी नहीं करते हैं। चार महिला चिकित्सक भी पदस्थापित हैं, लेकिन सभी अपनी ड्यूटी आपसी तालमेल से करती हैं।
बुधवार को ओपीडी सेवा में किसी महिला चिकित्सक डा. प्रेमा कुमारी मौजूद रही। बच्चा के डाक्टर के नहीं बैठने से अभिभावक बीमार बच्चे को गोद में उठाए इंतजार करते रहे। फिर निजी क्लीनिक में बच्चे को लेकर चले गए। बता दें की अस्पताल में डाक्टरों की कमी नहीं है। 13 डाक्टर पदस्थापित हैं,
जिसमें दो डा. सतीश कुमार व डा. उपेन्द्र कुमार बच्चा के डाक्टर हैं। बावजूद ओपीडी सेवा गायब रहने की परंपरा पर विराम नहीं लग रहा है। मरीज परेशान होकर निजी क्लीनिक मे जाने पर मजबूर हो जाते हैं।