लिट्टी चोखा के खाने के साथ संपन्न हुआ पंचकोशी परिक्रमा, आज साधु संतों को दी जाएगी विदाई
- पूरे दिन उठते रहा धुंआ-धुंआ, पैर रखने तक की नहीं थी जगह
- लाखों श्रद्धालुओं ने बक्सर में लिट्टी चोखा बना किया ग्रहण
केटी न्यूज/बक्सर
गुरूवार को बक्सर में लिट्टी चोखा के प्रसाद के साथ ही पांच दिवसीय पंचकोशी परिक्रमा पूर्ण हो गई। लिट्टी चोखा खाने के बाद पंचकोशी परिक्रमा में शामिल श्रद्धालुओं का जत्था परंपरागत रूप से बसांव मठ स्थित विश्राम कुंड पर रात्रि विश्राम किया। शुक्रवार को परिक्रमा में शामिल हुए साधु संतों को अंग वस्त्र व दक्षिणा दे विदा किया जाएगा। अंतिम दिन सुबह से ही पंचकोशी का उल्लास पूरे बक्सर में देखने को मिला। नगर का आकाश एवं सड़क पर धुएं से भर गया था। आलम यह था कि चरित्रवन में श्रद्धालुओं के पैर रखने तक की जगह नहीं बची थी। बक्सर के ऐतिहासिक किला मैदान के साथ ही चरित्रवन के चप्पे-चप्पे पर दूर-दूर से आने वाले श्रद्धालु लिट्टी चोखा बना कर खा रहे थे। एक जत्था वहां से हटता तो दूसरा तुरंत लिट्टी चोखा बनाने बैठ जाता था। इसके पहले लोग परंपरा का निर्वहन करते हुए गंगा स्नान भी कर रहे थे। सुबह से देर शाम तक यह सिलसिला जारी था।
एक अनुमान के मुताबिक लाखों श्रद्धालुओं ने पंचकोशी के अंतिम दिन बक्सर पहुंच लिट्टी चोखा खाया है। यहां पहुंचने वालों में खुशी का माहौल कायम था। धुएं के कारण दमघोटु बने वातावरण में भी श्रद्धालु हाथ में खाना बनाने के सामान लिए खाली जगह की तलाश में जुटे हुए थे। जहां वे लिट्टी-चोखा तैयार कर इस पुरानी परंपरा व संस्कृति के साक्षी बन सकें। लिट्टी चोखा की परंपरा के निर्वहन में श्रद्धालुओं की अधिक संख्या के कारण चरित्रवन का दायरा कम हो गया था।
जगह के लिए भटकते रहे लोग
इस प्राचीन परंपरा व संस्कृति के मनाने के लिए लाखों की संख्या में पहुंचे श्रद्धालु एक छोटी जगह के लिए भटकते नजर आ रहे थे। प्रसाद के रूप में लिट्टी-चोखा बनाने के लिए चरित्रवन से लेकर हर जगह पाकशाला ही बन गया था। इसके पहले अहले सुबह पंचकोसी परिक्रमा बड़का नुआंव से निकलकर चरित्रवन स्थित पांचवे पड़ाव विश्वामित्र मुनी के आश्रम पहुंचा। जहां अपराह्न में विराट संत सभा का आयोजन श्रीनिवास मंदिर में किया गया। जिसमें समिति के अध्यक्ष व बसांव मठाधीश्वर अच्युत प्रपन्नाचार्य जी महाराज, लक्ष्मी नारायण मंदिर के महंत राज गोपाल आचार्य जी महाराज, श्री निवास मंदिर के दामोदर आचार्य के अलावे कूल शेखराचार्य जी, भोला बाबा, श्रीसीताराम विवाह आश्रम के महंत राजाराम शरण दास जी महाराज समेत अन्य मौजूद थे।
स्टेशन व बस स्टैंड पर रही लोगों की भीड़
वहीं पंचकोशी पर भारी संख्या में श्रद्धालुओं के आने से रेलवे स्टेशन पर भी भीड़ बढ़ गई थी। आरपीएफ भी काफी मुश्तैद थी तथा श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पूरे दिन मशक्कत करते रही। इस दौरान आरपीएफ टीम का इस बात पर भी ध्यान था कि श्रद्धालु रेलवे ट्रैक पर विचरण न कर सके। वहीं, रेलवे स्टेशन के साथ ही बस स्टैंडो तथा सड़क पर भी भीड़ था। वहीं, दूसरी तरफ सदर विधायक संजय कुमार तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी ने भी अपने समर्थकों के लिए लिट्टी चोखा के भोज का आयोजन किया था। जिसमें सैकड़ों समर्थक शामिल हुए थे।