माता-पिता व गुरूजनों का सम्मान करना जरूरी : पीतांबर जी महाराज
केटी न्यूज/डुमरांव
ठोरी पांडेयपुर गांव में आयोजित हो रहे श्री रुद्र महायज्ञ सह विराट धार्मिक अनुष्ठान के आयोजन से माहौल भक्तिमय बना हुआ है। पूरे दिन विद्वान ब्राह्मणों द्वारा किए जा रहे मंत्रोच्चार व भागवत कथा के प्रवचन से माहौल भक्तिमय बना हुआ है। हर दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु इस महायज्ञ में शामिल हो रहे है तथा दिनभर यज्ञ मंडप की परिक्रमा अनवरत जारी रहती है। सुबह से लेकर शाम तक परिक्रमा करने वाले श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ा रहता है। सबसे अधिक भीड़ महिलाओं की हो रही है। वही यज्ञाचार्य के नेतृत्व में वैदिक ब्राह्मणों द्वारा पूरे दिन विविध तरह के धार्मिक अनुष्ठान व हवन किए जा रहे हैं। इस महायज्ञ में सुबह में श्री शिव महापुराण के कथावाचन के साथ ही शिवार्चन व रुद्राभिषेक भी किया जा रहा है।
वैष्णवमणि नारायणाचार्य ने सनातन संस्कृति को बचाए रखने के लिए यज्ञ व हवनादि के आयोजन को जरूरी बताते हुए लोगों से इस महायज्ञ में शामिल होने तथा यज्ञ मंडप की परिक्रमा करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि यज्ञ से वातावरण शुद्ध होता है। इसका मानव जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। शाम में वृंदावन से आई रासलीला मंडली द्वारा रासलीला का मंचन किया जा रहा है। बुधवार को श्री शिव महापुराण कथा के तीसरे दिन स्वामी प्रेमनारायणाचार्य ’पीताम्बर जी’ महाराज ने माता-पिता व गुरू का सम्मान करने की नसीहत दी और कहा कि इससे हमारा जीवन सफल होता है। कथा के बीच-बीच में स्वामी जी तथा उनके सहयोगी संगीतकारों द्वारा मधुर एवं कर्णप्रिय भजन सुनाए गए इस दौरान श्रद्धालुओं द्वारा हर-हर महादेव का पवित्र उद्घोष किया जा रहा था।