डुमरांव में बना इतिहास 108 वटुको को पहनाया गया समूहिक जनेऊ संस्कार
- जंगलीनाथ शिव मंदिर में रुद्र सागर सेवा संस्थान के तत्वावधान में हुआ था आयोजन
केटी न्यूज/ डुमरांव
शनिवार को नगर का जंगली नाथ शिव मंदिर परिसर पूरे दिन वैदिक मंत्रोच्चार व मांगलिक गीतों से गूंजता रहा। अवसर था रुद्रसागर सेवा संस्थान द्वारा आयोजित सामूहिक यज्ञोपवीत संस्कार का। संस्थान द्वारा इस आयोजन को सफल बनाने के लिए रूद्र सागर सामूहिक जनेऊ समिति बनाई गई थी। जिसके तत्वावधान में यह आयोजन संपन्न हुआ। वैदिक विद्वान आचार्य विमलेश ओझा के नेतृत्व में वैदिक ब्राह्मणों द्वारा मंत्रोचार के बीच कुल 108 वटुकों का जनेऊ संस्कार करवाया गया।
इस दौरान श्रद्धालु महिलाओं द्वारा मांगलिक गीत गाए गए, जो आकर्षण का केंद्र बना रहा। आयोजन समिति द्वारा इसकी तैयारी महीनों से की जा रही थी। पूरे दिन चले इस कार्यक्रम में समिति द्वारा आगत अतिथियों तथा जनेऊ संस्कार में शामिल लोगों के लिए अल्पाहार और भोजन की व्यवस्था भी की गई थी।
आचार्य विमलेश ओझा ने बताया कि जनेऊ संस्कार वैदिक परंपरा है तथा जीवन के 16 संस्कारों में शामिल है। उन्होंने कहा कि उपनयन संस्कार के बाद ही बटुक को द्विज माना जाता है। उन्होंने कहा कि पूरे विधि विधान से जनेऊ दिलवाया गया है। वही रुद्रसागर सेवा संस्थान के सचिव रवि शंकर चौबे ने बताया कि संस्थान के इस प्रयास में बड़ी संख्या में समाज के लोगों ने सहभागिता निभाई है।
उन्होंने इस आयोजन को सफल बनाने के लिए वैदिक विद्वानों की टोली तथा शामिल होने वाले लोगों को धन्यवाद दिया। मौके पर मुख्य अतिथि विंध्याचल पाठक तथा विशिष्ट अतिथि गुजरात के पूर्व डीजीपी कमल कुमार ओझा मौजूद थे।
सामूहिक जनेऊ संस्कार में आचार्य विमलेश ओझा के साथ ही ब्रह्मा चंद्रचूड़ ओझा, उपाचार्य राधेश्याम दुबे, पंडित जितेंद्र ओझा, बृजेश ओझा, संजीव मिश्र, सुनील तिवारी, राजेश दुबे शामिल थे। आयोजन समिति के संयोजक दीपक प्रकाश दुबे, राजेश सैनी, रवि भूषण चौबे, सुशील चौबे, रजनी चौबे आदि ने आयोजन को सफल बनाने में सराहनीय भूमिका निभाई। इस दौरान पवनी मुखिया प्रतिनिधि रोहित ओझा, भाजपा नेता राहुल दुबे, रवि भूषण ओझा, अंबरीश पाठक, सोनू ओझा, विनीत दुबे, तेज नारायण ओझा, मुनमुन दुबे, विशाल चौबे, गुड्डू वर्मा समेत सैकड़ों लोग मौजूद थे।