मशाल जुलूश निकाल एनएसयूआई ने मणिपुर की घटना का जताया विरोध

मशाल जुलूश निकाल एनएसयूआई ने मणिपुर की घटना का जताया विरोध

केटी न्यूज/बक्सर

मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने की घटना के खिलाफ रविवार को एनएसयूआई ने बक्सर में विशाल मशाल जुलूस निकाल विरोध जताया। मशाल जुलूस छात्र नेता ईशान त्रिवेदी के नेतृत्व में मणिपुर में जातीय समूहों के बीच जारी हिंसा और आदिवासी महिलाओं के साथ जिस तरह से बर्बरतापूर्ण व्यवहार हुआ उसको लेकर मणिपुर में राष्ट्रपति सासन तत्काल

रूप से लागू करने के लिए विशाल मशाल जुलूस निकाला गया था। अपने संबोधन में ईशान ने कहा कि मणिपुर की घटना अत्यंत चिंतनीय और निंदनीय है। इस घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। भारत के संविधान में देशवासियों को प्राप्त सम्मान के अधिकार को ध्वस्त कर दिया है। ऐसा प्रतीत होता है की मणिपुर में शांति, एकता और न्याय समाप्त

होने के कगार पर है। जुलूस में उपस्थित डीके कॉलेज के अध्यक्ष मनीष सिंह और पूर्व उपाध्यक्ष लक्की ओझा उपस्थित थे। मशाल जुलूस बक्सर अंबेडकर चौक से शुरू हुआ था जिसमें बड़ी संख्या में एनएसयूआई कार्यकर्ता मौजूद थे। सरकार के तानाशाही के खिलाफ और राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग करते हुए जुलूस पुलिस चौकी पहुंचा।

जहां मौके पर बक्सर जिला कांग्रेस कमेटी के जिलाध्यक्ष मनोज कुमार पांडेय ने कहा कि मणिपुर में गृहयुद्ध जैसे हालात हैं। यही वजह है कि हम राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग करते हैं। मौके पर सौरभ मिश्र, श्रीधर तिवारी, आर्यन राय, गणेश सिंह, अरविंद पांडेय, गुप्तेश्वर चौबे, सनी कुमार, अभिषेक कुमार, हैप्पी कुमार, अभिषेक सिंह, राजेश महाराज, रवि यादव समेत अन्य शामिल रहे।