जिला स्तरीय कला उत्सव में प्रतिभागियों ने दिखाए हुनर, मिला पुरस्कार

जिला स्तरीय कला उत्सव में प्रतिभागियों ने दिखाए हुनर, मिला पुरस्कार

- राज हाई स्कूल में आयोजित हुआ था जिला स्तरीय कला उत्सव 2023

केटी न्यूज/डुमरांव

राज्य परियोजना निदेशक व बिहार शिक्षा परियोजना के निर्देश पर सोमवार को राज प्लस टू उच्च विद्यालय परिसर में जिला स्तरीय युवा महोत्सव 2023 का आयोजन किया गया। जिसमें जिले के सभी प्लस टू विद्यालयों के वर्ग 9 से 12 वीं तक के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। इस प्रतियोगिता में शास्त्रीय संगीत, पारंपरिक लोक संगीत, नृत्य, वाद्य, शास्त्रीय नृत्य, लोक नृत्य, द्विआयामी व त्रिआयामी दृश्यकला तथा स्थानीय खेल खिलौना आदि विधाओं को शामिल किया गया था।

कार्यक्रम राज हाई स्कूल के प्रधानाध्यापक विजय शंकर ओझा की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। जिसमें अनुराग मिश्र ने संयोजक की भूमिका निभाई वही प्लस टू सिमरी उच्च विद्यालय के वरीय शिक्षक डा मनीष कुमार शशि बतौर मंच संचालक आयोजन को सफल बनाने में योगदान दिए। इस दौरान प्रतिभागी छात्र-छात्राओं ने विभिन्न कलाओं में अपने हुनर का प्रदर्शन कर उपस्थित लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। निर्णायक मंडल द्वारा विभिन्न विधाओं में बेहतर करने वाले प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया।

जिसमें शास्त्रीय गायन में सुप्रिया कुमारी को प्रथम स्थान मिला। वहीं पारंपरिक लोक गीत के बालक वर्ग में राकेश कुमार सिंह, मनीष कुमार मिश्र व राजीव रंजन तथा बालिका वर्ग में शैली मौर्या, प्रियांशु राज व राज नंदनी को क्रमशः प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान के लिए चुना गया। एकांकी नाटक के बालक वर्ग में राजकुमार व बालिका वर्ग में ऋचा कुमारी प्रथम स्थान पर रहे।

चित्रकला में दिपीका व प्रिंस कुमार, खेल खिलौना में कमल विश्वकर्मा व रूची कुमारी, मूर्ति कला में कृष्णानंद प्रजापति व काजल कुमारी तथा पारंपरिक नृत्य में सलोनी पांडेय व विशाल कुमार अपने अपने वर्ग में प्रथम स्थान पर रहें। निर्णायक मंडल द्वारा इन्हें विजेता घोषित किया गया तथा पुरस्कृत भी

किया गया। एसएस गर्ल्स स्कूलबक्सर की छात्रा सोमी कुमारी, मुस्कान कुमारी व सलोनी कुमारी ने हिस्सा लिया। प्रतियोगिता में भाग लेने वालों में उत्साह नजर आ रहा था। वही पुरस्कार मिलने के बाद विजेताओं के चेहरे पर मुस्कान झलक रही थी। इस दौरान अनिता यादव, ब्रजेश कुमार चौबे, संतोष उपाध्याय, रामाकांत तिवारी समेत विभिन्न विद्यालयों के शिक्षक-शिक्षिकाएं मौजूद थे।