हिन्दी दिवस पर कार्यक्रमों की धूम, 14 सितम्बर को जिला, अनुमंडल और प्रखंड स्तर पर होगा आयोजन

इस बार हिन्दी दिवस बड़े पैमाने पर मनाया जाएगा। सिर्फ जिला मुख्यालय ही नहीं बल्कि सभी प्रखंडो में सरकारी स्तर पर मनाया जाएगा। राज्य सरकार ने इसकी घोषणा कर दी है। बता दें कि 14 सितम्बर 1949 को संविधान सभा ने जब देवनागरी लिपि में लिखी जाने वाली हिन्दी को केन्द्र सरकार के कामकाज की राजभाषा के रूप में अंगीकृत किया, तभी से यह दिन देश के लिए ऐतिहासिक बन गया। इसी महत्वपूर्ण अवसर की याद में हर वर्ष 14 सितम्बर को ‘हिन्दी दिवस’ मनाने की परंपरा है। इस वर्ष भी सरकार ने व्यापक स्तर पर इस दिवस को मनाने की तैयारी की है।

हिन्दी दिवस पर कार्यक्रमों की धूम, 14 सितम्बर को जिला, अनुमंडल और प्रखंड स्तर पर होगा आयोजन

केटी न्यूज/बक्सर

इस बार हिन्दी दिवस बड़े पैमाने पर मनाया जाएगा। सिर्फ जिला मुख्यालय ही नहीं बल्कि सभी प्रखंडो में सरकारी स्तर पर मनाया जाएगा। राज्य सरकार ने इसकी घोषणा कर दी है।  बता दें कि 14 सितम्बर 1949 को संविधान सभा ने जब देवनागरी लिपि में लिखी जाने वाली हिन्दी को केन्द्र सरकार के कामकाज की राजभाषा के रूप में अंगीकृत किया, तभी से यह दिन देश के लिए ऐतिहासिक बन गया। इसी महत्वपूर्ण अवसर की याद में हर वर्ष 14 सितम्बर को ‘हिन्दी दिवस’ मनाने की परंपरा है। इस वर्ष भी सरकार ने व्यापक स्तर पर इस दिवस को मनाने की तैयारी की है।

राज्य सरकार की ओर से निर्देश जारी किया गया है कि हिन्दी दिवस सिर्फ राज्य मुख्यालय तक ही सीमित न रह जाए, बल्कि इसे हर प्रमंडल, जिला, अनुमंडल और प्रखंड स्तर पर भी पूरी गरिमा के साथ मनाया जाए। बक्सर जिला प्रशासन ने भी इस निर्देश को गंभीरता से लिया है और सभी पदाधिकारियों को समारोह आयोजित करने का आदेश दिया गया है।

गौरतलब हो कि हिन्दी केवल संवाद की भाषा नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति और एकता की पहचान है। संविधान निर्माताओं ने इसे राजभाषा के रूप में स्वीकार कर राष्ट्रीय एकता की डोर को और मजबूत करने का प्रयास किया था। इस दिवस पर आयोजित कार्यक्रमों का मुख्य उद्देश्य लोगों में हिन्दी के प्रति सम्मान और गर्व की भावना जागृत करना है।

जिले के सभी सरकारी कार्यालयों, शैक्षणिक संस्थानों और सांस्कृतिक मंचों पर विशेष कार्यक्रम आयोजित होंगे। इनमें निबंध-लेखन, वाद-विवाद, काव्य-पाठ और संगोष्ठियों के माध्यम से हिन्दी की महत्ता पर चर्चा की जाएगी। अधिकारी और कर्मचारी भी कार्यालयी कार्यों में हिन्दी के अधिकाधिक प्रयोग पर बल देंगे।

-- सरकारी स्तर पर सुनियोजित तैयारी

जिला प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार जिला मुख्यालय के साथ ही अनुमंडल और प्रखंडों में समारोह की रूपरेखा तय कर दी गई है। विभिन्न स्तरों पर अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है ताकि कार्यक्रम समय पर और सफलतापूर्वक संपन्न हो। सरकार ने यह स्पष्ट किया है कि हिन्दी दिवस केवल औपचारिकता न होकर लोगों की सहभागिता और भाषा के प्रचार-प्रसार का वास्तविक माध्यम बने।

हिन्दी दिवस को लेकर प्रशासनिक तैयारियों ने लोगों में उत्सुकता बढ़ा दी है। शिक्षा जगत से लेकर सांस्कृतिक संस्थाओं तक सभी इस आयोजन को सफल बनाने में जुट गए हैं। उम्मीद की जा रही है कि इस बार का समारोह जिले भर में हिन्दी भाषा के महत्व को और अधिक प्रखरता से स्थापित करेगा।