जेल में जिला प्रशासन का छापा, मोबाइल और तंबाकू सहित आपत्तिजनक सामान बरामद
- आपराधिक वारदातों का जेल कनेक्शन की सूचना के बाद डीएम व एसपी ने की छापेमारी
- पांच घंटों तक चली छापेमारी में 8 मोबाइल, 4 चार्जर, दो कैंची, गांजा, खैनी व 15 हजार नगद बरामद
- जिला प्रशासन की अचानक छापेमारी से बंदियों में मची रही अफरातफरी
- डीएम ने कहा- दोषियों पर होगी कार्रवाई, बंदियों पर दर्ज की जा रही प्राथमिकी
केटी न्यूज/आरा
जिले में बढ़ती अपराधिक वारदात को कंट्रोल करने को जिला प्रशासन द्वारा सोमवार की सुबह मंडल कारा में छापेमारी की गयी। करीब पांच घंटे तक चली छापेमारी में मोबाइल, सिमकार्ड, चार्जर, मादक पदार्थ, कैश, और कैंची सहित कई आपत्तिजनक सामान बरामद किये गये। आपराधिक वारदातों में जेल कनेक्शन सामने आने के बाद डीएम राजकुमार और एसपी संजय कुमार सिंह के नेतृत्व में टीम द्वारा छापेमारी की गयी। इस दौरान कई बंदियों से पुलिस द्वारा पूछताछ भी की गयी। प्रशासन की ओर से की गयी अचानक छापेमारी से बंदियों में हड़कंप जबकि जेल में अफरातफरी मची रही। सुबह करीब छह बजे से शुरू छापेमारी गयारह बजे तक चली। उस दौरान जेल के चप्पे-चप्पे की तलाशी ली गयी। जवानों द्वारा वार्डों से लेकर अस्पताल, किचेन और शौचालय तक को खंगाला गया। उस दौरान पंद्रह हजार रुपए नगद, आठ मोबाइल, पांच सिमकार्ड, चार मोबाइल चार्जर, दो कैची, एक दर्जन चुनौटी, खैनी व गांजे की पुड़िया, मोबाइल चार्ज करने वाला बैट्री, हेड फोन,मोबाइल बैट्री समेत कई आपत्तिजनक समान बरामद किया गया।
इस मामले को लेकर नगर थाने में संबंधित बंदियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जा रही है। डीएम राज कुमार ने बताया कि गोपनीय सूचना के आधार पर मंडल कारा में छापेमारी की कार्रवाई की गयी। उस दौरान मोबाइल सहित कई आपत्तिजनक सामान बरामद किये गये हैं। कुछ बंदियों से पूछताछ भी की गयी। मोबाइल आदि की बरामदगी को लेकर चिन्हित बंदियों पर प्राथमिकी दर्ज करायी जा रही है। इस मामले में जो भी दोषी होंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। जेल की निगरानी रखी जा रही है। इसके तहत लगातार छापेमारी भी की जाएगी। डीएम ने बताया कि की कुछ घटनाओं में जेल में बंद अपराधियों के कनेक्शन की भी बात सामने आ रही है उसकी जांच की जा रही है।
सुबह छह बजे ही प्रशासन व पुलिस की संयुक्त टीम ने जेल में बोला धावा
जानकारी के अनुसार डीएम औरएसपी के नेतृत्व में जिला प्रशासन की संयुक्त टीम ने सुबह करीब छह बजे ही जेल में धावा बोल दिया। अचानक काफी संख्या में अफसर और पुलिस जवानों को देखते ही बंदियों में हड़कंप मच गया। छापेमारी की कार्रवाई इतनी गोपनीय थि कि जेल प्रशासन तक को भनक नहीं लग सकी थी। अचानक डीएम और एसपी समेत आलाधिकारी की गाड़ी जेल गेट पर पहुंची हड़कंप मच गया। अफसरों के जेल में पहुंचने के चंद मिनटों में कैदी वार्ड, बैरक, हॉस्पिटल, शौचालय के साथ फुलवारी के पास पुलिस बल की तैनाती कर दी गई। इससे बंदियों को सामान छुपाने का मौक नहीं मिल पाया। टीम में एसडीओ ज्योतिनाथ सहदेव, एएसपी हिमांशु, मंगल कारा अधीक्षक संदीप कुमार, कई थानों के थानाध्यक्ष, अन्य अधिकारी और काफी संख्या में महिला व पुरुष सिपाही शामिल थे।
आपराधिक गैंग के संचालन के साथ जेल में मस्ती कर रहे बंदी
मंडल कारा बंदियों के लिए आराम घर बन गया है। गैंग के संचालन के साथ ही बंदी जेल में मस्ती भी कर रहे हैं। मोबाइल सुविधा के साथ ही बंदियों को खैनी व गांजा आदि की तलब भी पूरी हो रही है। सोमवार की सुबह जिला प्रशासन की छापेमारी से आपत्तिजनक सामान की बरामदगी से भी इसकी पुष्टि हो रही है। छापेमारी में खैनी, मोबाइल आदि की बरामदगी से पता चल रहा है कि बंदी न सिर्फ अपने परिजनों और गैंग के सदस्यों से जुड़े रहते हैं। बल्कि मादक पदार्थ का भी सेवन कर रहे हैं। बता दें कि पूर्व में भी हत्या सहित अन्य वारदातों में जेल में बंद कुछ अपराधियों का कनेक्शन सामने आ चुका है। मोबाइल के जरिए जेल में बंद अपराधी हत्या आदि की सुपारी भी ले रहे हैं। शाहपुर नपं के पूर्व चेयरमैन की हत्या में भी जेल का कनेक्शन सामने आया है। उसके आधार पर प्रशासन की ओर से छापेमारी की गयी है। हाल में पूर्व पार्षद पुत्र के पुत्र विक्की हत्याकांड में भी जेल कनेक्शन सामने आया था। इधर, कुछ साल पहले जेल में मोबाइल पर बंदियों के बात करने सहित वीडियो भी वायरल होते रहे थे। हालांकि फिलहाल में जेल में इस पर रोक लग गयी थी। लेकिन सोमवार की सुबह छापेमारी में काफी संख्या में आपत्तिजनक सामान मिलने से जेल की सुरक्षा पर सवाल खड़े होने लगे हैं।