लाखनडीहरा में मृत पड़ा मिला दुर्लभ काला हिरन, जांच में जुटा वन विभाग
डोरा थाना क्षेत्र के लाखन डिहरा गांव में दुर्लभ प्रजाति का एक काला हिरण ( ब्लैक बग ) मृत अवस्था में पड़ा मिला है। उसका शव लाखन डिहरा उच्च विद्यालय से कुछ मीटर दक्षिण सड़क के किनारे पड़ा था।

केटी न्यूज़/डुमरांव
डोरा थाना क्षेत्र के लाखन डिहरा गांव में दुर्लभ प्रजाति का एक काला हिरण ( ब्लैक बग ) मृत अवस्था में पड़ा मिला है। उसका शव लाखन डिहरा उच्च विद्यालय से कुछ मीटर दक्षिण सड़क के किनारे पड़ा था।
सुबह में जब ग्रामीण मॉर्निंग वॉक के लिए निकले तथा दुर्लभ प्रजाति के हिरण को मरा हुआ देखे तो ग्रामीणों में हड़कंप मच गया। ग्रामीणों ने इसकी जानकारी स्थानीय प्रशासन और मीडिया कर्मियों को दी। मीडिया के द्वारा ही वन विभाग को इस घटना की जानकारी दी गई।
जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम तुरंत हरकत में आई तथा मौके पर पहुंच दुर्लभ हिरण के 100 को उठा वहां से नवानगर स्थित ब्लैक बाग के रेस्क्यू सेंटर ले गई है। वनरक्षी महिमा राम ने इसकी पुष्टि की है।प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत हो रहा है कि वह रात में किसी वाहन की चपेट में आ गया होगा। गंभीर चोट लगने पर उसकी मौत हो गई होगी। वहीं, सुबह में उसे कुत्ते भी नोचने लगे थे, लेकिन ग्रामीणों के तत्परता से कुत्ते उसे आंशिक रूप से ही नोच पाए थे।
वही ग्रामीणों ने आशंका जताई हैं कि संभवतः किसी विषैले जंतु के काटने या जहरीले पदार्थ खाने से उसकी मौत हुई होगी। गौरतलब हो कि कई किसान अपने फसलों में कीटनाशक का छिड़काव करते हैं। जिन फसलों में कीटनाशक का छिड़काव किया जाता है उसे खाने वाले जानवरों की मौत तक हो जाती है। लाखन डिहरा में काले हिरण की मौत मामले में ऐसे कारणों से इनकार नहीं किया जा सकता है।
हालांकि, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही इसकी जानकारी मिल पाएगी की दुर्लभ प्रजाति की श्रेणी में शामिल काले हिरण की मौत कैसे हुई है।