प्रकृति को बचाने में विज्ञान का रोल अहम- उप विकास आयुक्त

जिलाधिकारी सह अध्यक्ष जिला गंगा समिति के निर्देश पर शुक्रवार को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस 2025 के अवसर पर जिला गंगा समिति बक्सर एवं राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालय, बक्सर के संयुक्त तत्वावधान में एक दिवसीय व्याख्यान का आयोजन किया गया।

प्रकृति को बचाने में विज्ञान का रोल अहम- उप विकास आयुक्त

- गंगा की सफाई के लिए इंजिनियरिंग के छात्र करें गहन शोध

- प्रकृति के संरक्षण के लिए नित नये आयाम स्थापित कर रहे है इंजिनियरिंग कॉलेज के छात्र

केटी न्यूज/बक्सर 

जिलाधिकारी सह अध्यक्ष जिला गंगा समिति के निर्देश पर शुक्रवार को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस 2025 के अवसर पर जिला गंगा समिति बक्सर एवं राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालय, बक्सर के संयुक्त तत्वावधान में एक दिवसीय व्याख्यान का आयोजन किया गया।

व्याख्यायान प्रतियोगिता का विषय गंगा की स्वच्छता में विज्ञान एवं प्रकृति की भूमिका थी, जिसमें अभियंत्रण महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।कार्यक्रम का शुभारंभ उप विकास आयुक्त डॉ. महेंद्र पॉल, वरीय अपर समाहर्ता सौरव आलोक, राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालय के प्राचार्य आर एन राय, जिला कला एवं संस्कृति पदाधिकारी बक्सर, प्रतिमा कुमारी,

जिला परियोजना पदाधिकारी जिला गंगा समिति, शैलेश कुमार राय आदि ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। अतिथियों ने इस मौके पर पर्यावरण संरक्षण के उदेश्य से अभियंत्रण कॉलेज परिसर में पौधरोपण भी किया।अपने संबोधन में डीडीसी ने कहा कि नदियों का संरक्षण में विज्ञान की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाता है।

दिन प्रतिदिन विज्ञान के बढ़ते प्रारूप से हमे चुनौतियों से निपटने में काफ़ी आसानी हुई है। आज के समय में एसटीपी इत्यादि के माध्यम से गंदे पानी को भी साफ किया जा रहा है। डीडीसी ने कहा कि हमें प्रकृति के संरक्षण के लिए विज्ञान का साकारात्मक उपयोग करना होगा।

उन्हांेने कहा कि विज्ञान वरदान और अभिशाप दोनों है। हमें इसके वरदान वाले पक्ष की तरफ मुड़ना होगा, तभी हम पर्यावरण को स्वच्छ बना सकते है।वहीं, वरीय उप समाहर्ता सह नोडल अधिकारी जिला गंगा समिति सौरव आलोक ने बताया कि विज्ञान के छात्रो को गंगा की स्वच्छता व प्रकृति संरक्षण के क्षेत्र में और भी नवीकरण सोच को अपनाने की जरूरत है।

ताकि आम छात्र और लोग प्रभावित होकर गंगा की स्वच्छता और निर्मलीकरण अभियान में हिस्सा ले सकें। उन्होंने विज्ञान के छात्रों को इस विषय में और गहन शोध करने की नसीहत दी।राजकीय अभियंत्रण कॉलेज के प्राचार्य आर एन राय ने बताया कि हमारे छात्र प्रकृति से संरक्षण के लिए नये नये आयाम हासिल कर रहे है।

आने वाले दिनों में गंगा की स्वच्छता के लिए भी अपने छात्रों के माध्यम से हम कई प्रकार की गतिविधियों के से लोगों को जागरूक करने का कार्य करेंगे, ताकी लोगों में गंगा की सफाई के प्रति रूझान बढ़े। उन्हांेने कहा कि गंगा की सफाई में सबका सहयोग जरूरी है।

व्याख्यान प्रतियोगिता में प्रथम स्थान अंकित कुमार, द्वितीय स्थान सत्यमेव जयते एवं तृतीय स्थान विशाल कुमार ने प्राप्त किया। प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पाने वाले छात्रों को पुरस्कार राशि और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम के दौरान उप विकास आयुक्त महोदय द्वारा उपस्थित सभी प्रतिभागियों को गंगा की स्वच्छता व प्रकृति संरक्षण हेतु शपथ भी दिलाया गया।