मुरार में महिला से 30 हजार की छिनतई, घटना को संदेहास्पद मान रही है पुलिस

मुरार थाना क्षेत्र में एक महिला से 30 हजार रूपए की छिनतई का मामला सामने आया है। महिला का कहना है कि मर्सिया से आगे तीन फेड़वा के पास दोपहर करीब दो बजे चौगाईं की तरफ से आ रहे तीन नकाबपोशों ने उसका गला पकड़ चेहरा व आंख ढंग दिया तथा प्लास्टिक बैग में रखे रूपयों को छिन चौगाईं की तरफ भाग निकले।

मुरार में महिला से 30 हजार की छिनतई, घटना को संदेहास्पद मान रही है पुलिस

-- पीड़िता का दावा बैंक से पैसा निकाल पैदल जा रही थी गांव, रास्ते में तीन नकाबपोशों ने दिया घटना को अंजाम

-- बोली पुलिस, ग्रामीण बैंक के सीसीटीवी में नहीं मिला महिला का फुटेज

केटी न्यूज/चौगाईं

मुरार थाना क्षेत्र में एक महिला से 30 हजार रूपए की छिनतई का मामला सामने आया है। महिला का कहना है कि मर्सिया से आगे तीन फेड़वा के पास दोपहर करीब दो बजे चौगाईं की तरफ से आ रहे तीन नकाबपोशों ने उसका गला पकड़ चेहरा व आंख ढंग दिया तथा प्लास्टिक बैग में रखे रूपयों को छिन चौगाईं की तरफ भाग निकले। 

पीड़िता दंगौली गांव निवासी सुनील राम की पत्नी रामसवरनो देवी का कहना है कि वह ग्रामीण बैंक के सीएसपी से 10 हजार व बैंक से 20 हजार रूपए समेत कुल 30 रूपए की निकासी कर पैदल ही घर वापस लौट रही थी। इसी दौरान मसर्हिया से आगे बढ़ने पर तीन फेड़वा के पास नकाबपोशो ने उसके साथ इस घटना को अंजाम दिया है। 

-- बैंक में नहीं मिले है महिला के फुटेज, सदेहास्पद बनी घटना

हालांकि पुलिस इस घटना को संदेहास्पद मान रही है। महिला ने जो दावे किए है, पुलिस जांच में उसकी पुष्टि नहीं हुई है। घटना की जानकारी मिलते ही एसडीपीओ अफाक अख्तर अंसारी के निर्देश पर मुरार थानाध्यक्ष अमन कुमार तत्काल इसकी जांच करने चौगाईं स्थित दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक की शाखा में पहुंचे, लेकिन वहां घंटो फुटेज खंगालने के बाद भी उसमें कही महिला दिखाई नहीं पड़ी। जाहिर है, वह बैंक में आई ही नहीं थी। ऐसे में उसके साथ छिनतई की घटना हास्यास्पद बन गई है। हालांकि, पुलिस मामले की तह तक जाने का प्रयास कर रही है कि आखिर किन परिस्थितियों में महिला ने ऐसे संगीन आरोप लगाए है। गौरतलब हो कि महिला का पति विदेश में रहकर नौकरी करता है।

-- विरोधाभासी है महिला की बातें

अपने साथ छिनतई की घटना की जानकारी देने के दौरान महिला द्वारा बताई गई बाते विरोधाभासी है। एक तरफ महिला का कहना है कि वह बैंक से 20 हजार रूपए की निकासी की थी, जबकि बैंक के सीसीटीवी फुटेज में कही भी महिला नजर नहीं आई है। वहीं, महिला का यह भी दावा है कि पैसा लेकर पैदल ही अपने गांव जा रही थी तथा छिनतई करने वाले चौगाईं की तरफ से पैदल आए थे व छिनतई के बाद पैदल ही चौगाईं की तरफ भागे। जबकि यह भी बताया जा रहा है

कि उनके गर्दन पकड़ने के कारण महिला बेहोश हो गई थी तथा बेहोशी की हालत में देखने पर ही राहगीरों ने इसकी सूचना डायल 112 टीम को दी। यहां सवाल उठता है कि जब महिला बेहोश हो गई थी तो वह छिनतई करने वालों को चौगाईं की तरफ भागते कैसे देख सकी। महिला के इस दावे पर भी कई सवाल उठ रहे है कि उसके पास मोटी रकम होने के बावजूद वह भरी दोपहरी में चौगाईं से पैदल अपने गांव क्यों जा रही थी, जबकि कई ऑटो रिक्शा चौगाईं व उसके गांव के बीच चलते है।

बयान

मुरार में महिला के साथ 30 हजार रूपए के छिनतई की जानकारी मिलते ही तत्काल मुरार थानाध्यक्ष को मामले की जांच की जिम्मेवारी सौंपी गई। लेकिन जब थानाध्यक्ष बैंक पहुंच सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो उसमें पीड़िता का फुटेज नहीं मिला। इसके अलावे भी कई अन्य जगहों पर लगे सीसीटीवी खंगालने के साथ ही पुलिस ने वैज्ञानिक तरीके से भी अनुसंधान किया, लेकिन कही से भी महिला के दावे की पुष्टि नहीं हुई। पूरे मामले की गहराई से जांच की जा रही है

कि आखिर उसने अपने साथ छिनतई का आरोप क्यों लगाई। जल्दी ही इस मामले का खुलासा कर दिया जाएगा। - अफाक अख्तर अंसारी, एसडीपीओ, डुमरांव