आज से डुमरांव में शुरू होगा सख्त अतिक्रमण हटाओ अभियान

डुमरांव शहर में अतिक्रमण का कहर इस कदर विकराल रूप ले चुका है कि आम नागरिकों का पैदल चलना तक दूभर हो गया है। मुख्य सड़कों के फुटपाथों पर दुकानों का जाल इस हद तक फैल गया है कि सड़कें संकरी हो गई हैं और रोजाना घंटों जाम से शहर जूझ रहा है। नगर प्रशासन को लगातार शिकायतें मिलती रहीं, परंतु कार्रवाई के अभाव में लोगों में नाराज़गी बढ़ती गई। अब नागरिकों के बढ़ते दबाव और शहर की बिगड़ती व्यवस्था को देखते हुए नगर कार्यपालक पदाधिकारी (ईओ) राहुलधर दूबे ने सोमवार (1 दिसंबर) से सख्त अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाने की घोषणा की है।

आज से डुमरांव में शुरू होगा सख्त अतिक्रमण हटाओ अभियान

-- फुटपाथ पर कब्जे से बढ़ती जाम की समस्या, प्रशासन की सख्ती से अतिक्रमणकारियों में हड़कंप

केटी न्यूज/डुमरांव।

डुमरांव शहर में अतिक्रमण का कहर इस कदर विकराल रूप ले चुका है कि आम नागरिकों का पैदल चलना तक दूभर हो गया है। मुख्य सड़कों के फुटपाथों पर दुकानों का जाल इस हद तक फैल गया है कि सड़कें संकरी हो गई हैं और रोजाना घंटों जाम से शहर जूझ रहा है। नगर प्रशासन को लगातार शिकायतें मिलती रहीं, परंतु कार्रवाई के अभाव में लोगों में नाराज़गी बढ़ती गई। अब नागरिकों के बढ़ते दबाव और शहर की बिगड़ती व्यवस्था को देखते हुए नगर कार्यपालक पदाधिकारी (ईओ) राहुलधर दूबे ने सोमवार (1 दिसंबर) से सख्त अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाने की घोषणा की है।

-- फुटपाथ से सड़क तक कब्जा, हर दिन जाम से बेहाल शहर

बता दें कि शहर के स्टेशन रोड से लेकर ट्रेनिंग स्कूल तक फुटपाथ पूरी तरह कब्जे की चपेट में है। विष्णु मंदिर के पास से शुरू हुआ अतिक्रमण धीरे-धीरे आगे बढ़ते-बढ़ते सड़क के बड़े हिस्से को निगल चुका है। दुकानदार न केवल फुटपाथ, बल्कि सड़क के महत्वपूर्ण हिस्से पर भी कब्जा कर दुकानें सजा लेते हैं, जिससे वाहनों की आवाजाही बाधित होती है और रोज जाम लगना आम बात बन गई है।

नया थाना क्षेत्र में तो स्थिति और भी गंभीर है। सरकारी जमीन पर बहुमंजिला इमारतें खड़ी कर दी गई हैं, जबकि यही जमीन वेंडिंग ज़ोन के लिए चयनित थी। शहरी विकास विभाग की ओर से 31 करोड़ रुपये भी स्वीकृत हुए थे, लेकिन न वेंडिंग जोन बना, न ही धन का उपयोग किस तरह हुआ इसकी स्पष्ट जानकारी सामने है। इस अव्यवस्था ने प्रशासनिक लापरवाही पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।

-- शहर के प्रमुख मार्गों की हालत बदहाल

थाना से ट्रेनिंग स्कूल तक का पूरा मार्ग अतिक्रमण से पटा पड़ा है, जहां पैदल चलना तक मुश्किल है। पुराना थाना रोड से शहीद पार्क तक के फुटपाथ लगभग गायब हो चुके हैं।गोला रोड पर स्थिति सबसे चिंताजनक है, यहां दोनों ओर स्थायी दुकानदारों ने सड़क में तक कब्जा कर लिया है। खरीदारी करने आए लोगों को पार्किंग, पैदल मार्ग और आवागमन, सभी में परेशानी झेलनी पड़ती है।

इसी तरह चौक रोड, जंगलबाजार रोड, राजगढ़ चौक, हाथीखाना रोड, छठिया पोखरा क्षेत्र, और गोशाला रोड भी अतिक्रमण के भारी दबाव में हैं। पूरा शहर मानो कब्जाधारियों की गिरफ्त में है।ईओ राहुलधर दूबे ने स्पष्ट किया है कि 1 दिसंबर से शहर के सभी मुख्य मार्गों पर बड़े स्तर पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई होगी। इसके लिए पुलिस बल के साथ अमीनों की टीम भी मौजूद रहेगी, ताकि वास्तविक सीमा नाप कर कब्जा हटाया जा सके।