एससी एसटी छात्रवास में प्राचार्य के खिलाफ अनशन पर बैठे छात्र

एससी एसटी छात्रवास में प्राचार्य के खिलाफ अनशन पर बैठे छात्र

- भीम आर्मी और बीडीओ ने छात्रों को समझा बुझा तुड़वाया अनशन

केटी न्यूज/केसठ

प्रखंड के रामपुर खेल मैदान के समीप स्थित पिछड़ा अतिपिछड़ा आवासीय छात्रवास में शुक्रवार को प्राचार्य के कार्यशैली से नाराज छात्र अनशन पर बैठ गए। मिली जानकारी के अनुसार 14 अप्रैल को अंबेडकर जयंती पर बच्चों द्वारा डीजे बजाकर कार्यक्रम करने की मांग कर रहे थे। वही प्राचार्य राम प्रवेश रजक इस पे राजी नहीं थे। प्राचार्य नियमों का हवाला दे छात्रों को डीजे बजाने की अनुमति नहीं दे रहे थे।

साथ ही छात्रवास में छात्रों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। छात्रवास के छात्रों ने बताया की कंप्यूटर क्लास, खेल सामग्री, पानी की समस्या, लाइट कटने पर अंधेरे में रहना पड़ता है। साथ ही शिक्षकों की समस्या व शौचालय की सफाई नहीं होने से निकल रहे दुर्गन्ध आदि समस्या झेलनी पड़ रही है। बच्चों के अनशन पर बैठने की सूचना मिलने पर भीम आर्मी जिला अध्यक्ष और प्रदेश उपाध्यक्ष सुदर्शन यादव बौद्ध अपने कार्यकर्ताओं के साथ पहुंच छात्रों का समर्थन करने लगे।

इसकी सूचना मिलते ही जिला कल्याण पदाधिकारी तथा बीडीओ मिथिलेश बिहारी वर्मा छात्रवास पहुंच बच्चों की समस्याओं को सुना और सभी समस्याओं से जिले के वरीय अधिकारियों से अवगत करा निदान करने का भरोसा दिलाया। हालांकि, छात्र प्राचार्य के बर्खास्तगी की मांग पर अड़े रहे। छात्रों ने यह भी बताया की प्राचार्य बच्चों को गोली मारने की धमकी देते है और गाली गलौज भी करते है।

वही उनकी पत्नी भी बच्चों के साथ दुर्व्यवहार करती है। टंकी में पानी भरने पर पानी कमरे में टपकने लगता है। बच्चों की सारी बाते सुन बीडीओ ने प्राचार्य के बर्खास्तगी के लिए रिपोर्ट जिला में भेजने का आश्वासन दिया। इसके बाद छात्रों ने अपना अनशन तोड़ा। इस संदर्भ में बीडीओ ने बताया कि बच्चों ने विद्यालय के प्राचार्य पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए बर्खास्तगी की मांग किए है।

बच्चों की शिकायत पर जांच में कई खामियां भी उजागर हुई है। जिसकी जानकारी जिले के संबंधित विभाग को लिखा जायेगा। बता दंे कि अभी एक अप्रैल को ही डीएम अंशुल अग्रवाल ने इस छात्रवास को सुचारू रूप से संचालित किए और जीविका दीदी के रसोई का उद्घाटन किए थे। वही पूर्व से भी ये छात्रवास विवादांे से घिरा रहा है। इसके निर्माण के गुणवत्ता पर भी सवाल उठते रहे है।