डुमरांव में तीसरे दिन थमा नगर परिषद का अतिक्रमण हटाओ अभियान
डुमरांव नगर परिषद द्वारा अतिक्रमण के खिलाफ लगातार दो दिन अभियान चलाए जाने के बाद तीसरे अचानक अभियान को रोक दिया गया। इस दौरान डुमरांव थाने में पूरे दिन स्थानीय पुलिस व अतिक्रमण हटवाने में मदद की लिहाज से आई दंगा निरोधी दस्ता इंतजार करते रह गई
-- पूरे दिन इंतजार करती रही पुलिस, नहीं आई नगर परिषद की टीम, बोले ईओ मापी के बाद फिर चलेगा अभियान
केटी न्यूज/डुमरांव
डुमरांव नगर परिषद द्वारा अतिक्रमण के खिलाफ लगातार दो दिन अभियान चलाए जाने के बाद तीसरे अचानक अभियान को रोक दिया गया। इस दौरान डुमरांव थाने में पूरे दिन स्थानीय पुलिस व अतिक्रमण हटवाने में मदद की लिहाज से आई दंगा निरोधी दस्ता इंतजार करते रह गई, लेकिन नगर परिषद प्रशासन के दर्शन नहीं हुए। डुमरांव थानाध्यक्ष संजय कुमार सिन्हा ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि अतिक्रमण हटाने के लिए पुलिस टीम को मुश्तैद रखा गया था। पूरे दिन डुमरांव थाने में पुलिस लाइन से आई दंगा निरोधी टीम भी मौजूद रही, लेकिन नगर परिषद प्रशासन अतिक्रमण हटाने नहीं आया और न ही किसी तरह की सूचना दी गई।

शाम में ईओ राहुलधर दूबे से जब संपर्क स्थापित किया गया तो उन्होंने बताया कि मापी के बाद फिर से अतिक्रमण के खिलाफ अभियान शुरू किया जाएगा। हालांकि, ये इस दौरान ये नहीं बता सके कि क्या अभी तक बिना मापी कराए ही अतिक्रमण हटाया जा रहा था। बता दें कि नगर परिषद प्रशासन द्वारा सोमवार व मंगलवार को शहर में अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया गया था। इस दौरान स्टेशन रोड, राजगोला रोड, चौक रोड, राजगढ़ चौक, छठिया पोखरा, शहीद स्मारक आदि इलाकों में बुलडोजर से अतिक्रमणकारियों के अवैध निर्माण को ध्वस्त किया गया। हालांकि, नगर परिषद का यह अभियान पहले दिन से ही विवादित साबित हुआ। लोगों ने नगर परिषद प्रशासन पर भेदभाव करने तथा पैरवी व पहुंच वालों के निर्माण पर बुलडोजर नहीं चलाने का आरोप भी लगाया।

-- सामाजिक कार्यकर्ता ने लगाए गंभीर आरोप, पुलिस से की शिकायत
सबसे गंभीर आरोप ट्री मैन नाम से विख्यात तथा छठिया पोखरा निवासी उमेश गुप्ता ने लगाए। उन्होंने बताया कि मेरा घर नगर परिषद के प्रधान सहायक दुर्गेश कुमार सिंह के घर के ठीग बगल में है। नगर परिषद की जो टीम अतिक्रमण हटाने आई थी, उसने मेरे घर के आगे नाली पर बने स्लैब व सीढ़ियों को तोड़ दिया जबकि बगल में स्थित प्रधान सहायक के घर के आगे बने रैंप तथा अन्य निर्माण को नहीं तोड़ा गया। जब मैने इस पर सवाल उठाया तो मेरे साथ बदसलूकी व मारपीट की गई। उमेश ने इस मामले में स्थानीय थाने में आवेदन भी दिया। वहीं, मंगलवार की शाम भी उमेश गुप्ता ने कुछ लोगों द्वारा दरवाजे पर आकर गाली-गलौज करने तथा मार-पीट करने की धमकी देने का आरोप लगा, पुलिस से गुहार लगाई। उनकी शिकायत पर पुलिस भी मौके पर पहुंची थी।

-- एक समान नहीं चलाया गया है अभियान
लोगों का कहना है कि नगर परिषद प्रशासन द्वारा अतिक्रमण के खिलाफ जो अभियान चलाया गया, उसमें समानता देखने को नहीं मिली है। मसलन स्टेशन रोड में नया थाना से हरिजी के हाता तक अभियान के तहत किसी भी अवैध निर्माण को नहीं तोड़ा गया। वहीं, हरिजी के हाता से आगे व पुराने नगर परिषद कार्यालय के पहले सिर्फ सड़क के पश्चिमी भाग में ही कुछ अतिक्रमण हटाया गया। फिर पुराने नगर परिषरद कार्यालय से आगे भी अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चला।

वहीं, गोला रोड में भी एक समान रूप से सड़क के दोनों किनारे को अतिक्रमणमुक्त नहीं कराया गया, बल्कि नगर परिषद प्रशासन की कार्रवाई थमते ही गोला रोड में फिर से फुटपाथी दुकानदार सक्रिय हो गए। जिससे यह साफ हो गया है कि अतिक्रमणकारियों को नगर परिषद प्रशासन को खौफ नहीं रह गया है।
