अनुमंडलीय अस्पताल को मिली एएनएम ट्रेनिंग सेंटर की जिम्मेवारी
चार सालों से बनकर तैयार एएनएम ट्रेनिंग सेटर कम होस्टल की जिम्मेवारी दो दिन पहले अनुमंडलीय अस्पताल को दे दी गई है। ट्रेनिंग सेशन काल में प्रशिक्षण ले रही एएनएम को अब परिशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा।
केटी न्यूज/डुमरांव
चार सालों से बनकर तैयार एएनएम ट्रेनिंग सेटर कम होस्टल की जिम्मेवारी दो दिन पहले अनुमंडलीय अस्पताल को दे दी गई है। ट्रेनिंग सेशन काल में प्रशिक्षण ले रही एएनएम को अब परिशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा। जिस भवन में उन्हें प्रशिक्षण मिलेगा उसी भवन में उन्हें रहने की व्यवस्था भी मिलेगी। बता दें की चार साल पहले जब मेडिकल कॉलेज एण्ड हॉस्पीटल का निर्माण शुरू हुआ था, तभी एएनएम प्रशिक्षण केन्द्र सह होस्टल का निर्माण भी शुरू हुआ था। इस प्रशिक्षण केन्द्र का निर्माण बीएमपी कैंप के आवसीय परिसर के बाद हुआ है। भवन को सुरक्षित कर चारोतरफ से चाहरदीवारी को खड़ा कर दिया गया है, प्रवेश करने के लिए केवल एक मुख्य द्वार है।
एएनएम प्रशिक्षण भवन की जिम्मेवारी मिलते ही अनुमंडलीय अस्पताल इसके अंदर के सामानों को सुरक्षित रखने की तैयारी में जुट गया है। हलांकि प्रशिक्षण का सेशन अभी तक शुरू नहीं हुआ है। इसके शुरू होते ही क्षेत्र के पढ़ी-लिखी छात्राओं को लाभ मिलेगा। प्रशिक्षण शिविर का भवन शहर से काफी दूरी पर है। अगल-बगल में कोई बस्ती भी नहीं है, लिहाजा इसको सुरक्षित रखने में परेशानी आ सकती है। हालांकि इस संबंध में अस्पताल के मैनेजर देवेन्द्र तिवारी का कहना है कि सेशन शुरू होने पर सारी व्यवस्था की जाएगी। इतना ही नहीं बीएमपी-4 के होने के कारण कोई परेशानी नहीं होगी। मालूम हो कि मेडिकल कॉलेज के बनने के बाद जब उसमें पढ़ाई शुरू होगी तो यह क्षेत्र काफी गुलजार हो जाएगा। वर्तमान में जिस रोड की वजूद मिट गई है, उसका चौड़ीकरण करते हुए बनाया जाएगा।