सरकार के जवाबों पर विधायक अजित कुमार सिंह का तीखा हमला कहा, “जनता अब धोखा नहीं खाएगी

डुमरांव के विधायक डॉ. अजित कुमार सिंह ने बिहार विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान सरकार से पूछे गए सवालों के जवाबों को लेकर जमकर हमला बोला है। उन्होंने सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि मंत्रियों द्वारा दिए गए जवाब या तो भ्रामक हैं या पूरी तरह तथ्यहीन।

सरकार के जवाबों पर विधायक अजित कुमार सिंह का तीखा हमला कहा, “जनता अब धोखा नहीं खाएगी

-- विधायक ने सर्किट हाउस में आयोजित किया प्रेस वार्ता, कई मुद्दों पर सरकार को घेरा

केटी न्यूज/डुमरांव

डुमरांव के विधायक डॉ. अजित कुमार सिंह ने बिहार विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान सरकार से पूछे गए सवालों के जवाबों को लेकर जमकर हमला बोला है। उन्होंने सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि मंत्रियों द्वारा दिए गए जवाब या तो भ्रामक हैं या पूरी तरह तथ्यहीन।

उन्होंने कहा कि यह स्थिति दर्शाती है कि सरकार जनता के सवालों और उनके जनप्रतिनिधियों की चिंताओं को लेकर कतई गंभीर नहीं है। विधायक ने कहा कि उन्होंने बक्सर और डुमरांव सदर अस्पतालों में आईसीयू की व्यवस्था को लेकर सवाल उठाया था। इसके जवाब में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने सदन में दावा किया कि बक्सर सदर अस्पताल में आईसीयू कार्यरत है।

इस पर नाराजगी जाहिर करते हुए विधायक ने कहा कि हकीकत इसके विपरीत है, अब तक वहां आईसीयू की शुरुआत ही नहीं हो पाई है। वहीं, डुमरांव को मेडिकल कॉलेज बताकर वहां आईसीयू की योजना को ही खारिज कर दिया गया, जो सीधे तौर पर डुमरांव की जनता के स्वास्थ्य अधिकारों के साथ अन्याय है।

-- पेयजल संकट और जीविका घोटाले पर भी उठे सवाल

विधायक ने जिले में गंभीर होती पीने के पानी की समस्या को लेकर भी सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि जब गर्मियों में जलस्तर 10 मीटर से नीचे चला जाता है, तो नल-जल योजना पूरी तरह ठप हो जाती है। ऐसे में हर वार्ड में कम से कम पांच चापाकल लगाने की मांग उन्होंने की थी। इसके जवाब में पीएचईडी मंत्री नीरज कुमार सिंह ने दावा किया कि जिले में नल-जल योजना सुचारू रूप से चल रही है

और कहीं कोई पेयजल संकट नहीं है। इस पर विधायक ने विरोध जताते हुए कहा कि उन्हें रोज़ाना जिले भर से लोगों की शिकायतें मिलती हैं, जहां पेयजल की भारी किल्लत है। उन्होंने मंत्री के जवाब को जमीनी हकीकत से परे और सिर्फ़ कागज़ी बताया।

इतना ही नहीं, विधायक ने कोरोना काल के दौरान अटांव पंचायत में हरियाली सीएफ योजना के तहत 25 लाख रुपये की कथित अनियमितता का मामला भी विधानसभा में उठाया। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने इस मामले में केवल बैंक मित्र खुशबू कुमारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर अपनी जिम्मेदारी खत्म मान ली, जबकि तत्कालीन बीपीएम, डीपीएम और सीसी की भूमिका भी उतनी ही संदिग्ध है। उन्होंने सभी आरोपित अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई और स्वतंत्र जांच की मांग की।

-- जनता अब जाग चुकी है - विधायक

विधायक डॉ. अजित कुमार सिंह ने सरकार पर जनता को धोखा देने का आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी ओर से उठाए गए हर सवाल का सरकार ने या तो गोलमोल जवाब दिया या मुद्दे से भटकाने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि सरकार जानबूझकर जनता की समस्याओं पर पर्दा डाल रही है और सच्चाई को छुपा रही है। लेकिन अब जनता सब समझ चुकी है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगली बार यही जागरूक जनता इस दिखावटी सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंकेगी।