बक्सर में चेतावनी बिंदू के करीब पहुंची गंगा, तटीय इलाकों में फैलने लगा पानी, सैकड़ो एकड़ खेत डूबे
बक्सर में गंगा चेतावनी बिंदू के करीब पहंुच गई है। अब यह तेजी से खतरे के निशान की तरफ बढ़ रही है। बुधवार को भी गंगा के जलस्तर में वृद्धि जारी रहा। बक्सर के ऐतिहासिक रामरेखा घाट के विवाह मंडप तक बाढ़ का पानी पहुंच गया है। प्रशासन ने एहतियात के तौर पर घाटों पर बैरेकेडिंग कराने के साथ ही लोगों को गंगा तटों से दूर रहने, गंगा में स्नान नहीं करने आदि की एडवाइजरी जारी की है।

- अलर्ट हुआ जिला प्रशासन, जिलाधिकारी ने जारी की एडवाइजरी, लोगों से गंगा तटों से दूर रहने की अपील, बक्सर के घाटों पर कराई गई बैरेकेडिंग
- रामरेखा घाट पर विवाह मंडप तक पहुंचा पानी
केटी न्यूज/बक्सर
बक्सर में गंगा चेतावनी बिंदू के करीब पहुच गई है। अब यह तेजी से खतरे के निशान की तरफ बढ़ रही है। बुधवार को भी गंगा के जलस्तर में वृद्धि जारी रहा। बक्सर के ऐतिहासिक रामरेखा घाट के विवाह मंडप तक बाढ़ का पानी पहुंच गया है। प्रशासन ने एहतियात के तौर पर घाटों पर बैरेकेडिंग कराने के साथ ही लोगों को गंगा तटों से दूर रहने, गंगा में स्नान नहीं करने आदि की एडवाइजरी जारी की है।
गंगा के इस रौद्र रूप को देख प्रशासन अलर्ट हो गया है। डीएम डॉ. विद्यानंद सिंह ने बुधवार को रामरेखा घाट का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने बढ़ते जल स्तर को देखते हुए बैरेकेडिंग को और उपर करने तथा रामरेखा घाट सहित अन्य घाटों पर मजिस्टेªट की तैनाती करने, माइकिंग करा लोगों को सावधान करने आदि की नसीहते दी। वहीं, उन्होंने बक्सर तथा डुमरांव अनुमंडल को अपने-अपने क्षेत्रों में बाढ़ से बचाव के लिए हर जरूरी प्रयास करने का निर्देश दिया।
-- तटीय इलाकों में फैलने लगा पानी, डूबे सैकड़ो एकड़ खेत
जल स्तर में वृद्धि होने से अब बाढ़ का पानी मुख्य नदी से उपर तटीय इलाकों में फैलने लगा है। जिससे चौसा, सिमरी, चक्की व ब्रह्मपुर प्रखंडो के तटीय इलाके के सैकड़ो एकड़ खेत जलमग्न हो गए है तथा उनमें लगी परवल तथा अन्य सब्जियों व मक्का की फसल डूबने लगी है। जिससे किसानों की चिंता बढ़ गई है।
बता दें कि कार्यपालक अभियंता बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल बक्सर द्वारा सुबह 11 बजे जल स्तर 59.07 मीटर तक पहुंचने की जानकारी दी गई थी। जबकि शाम तक गंगा चेतावनी बिंदू को पार कर खतरे के निशान की ओर बढ़ चली थी। बता दें कि बक्सर में गंगा नदी का चेतावनी बिंदु 59.32 मीटर तथा खतरे का निशान 60.32 मीटर है। गंगा नदी अभी खतरे के निशान से 1.25 मीटर नीचे बह रही है।
गंगा नदी में बढ़ते जल स्तर को देखते हुए संबंधित अंचल अधिकारी को बाढ़ से संबंधित सभी आवश्यक तैयारियां पूर्ण करने का निर्देश दिया गया है। वहीं, बाढ़ आने की संभावना को देखते हुए प्रभावित इलाके के लोगों की मुश्किलें बढ़ गई है। लोग अभी से खुद तथा अपने पालतू मवेशियों के सुरक्षित आश्रय तथा भोजन पानी की तलाश में जुट गए है। बता दें कि बाढ़ आने पर बक्सर जिले के चार प्रखंडों की करीब 1.25 लाख की आबादी प्रभावित हो सकती है।