केन्द्रीय मंत्री व एलएलसी से मिला शिक्षकों का शिष्टमंडल, गिनवाई समस्याएं

केन्द्रीय मंत्री व एलएलसी से मिला शिक्षकों का शिष्टमंडल, गिनवाई समस्याएं

- केन्द्रीय मंत्री ने शिक्षकों के परिवार को आयुष्मान भारत से जोड़ने का मुद्दा सदन में उठाने को कहा

केटी न्यूज/बक्सर

सोमवार को बक्सर सर्किट हाउस में सांसद अश्विनी कुमार चौबे एवं गया शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के एमएलसी जीवन कुमार के साथ शिक्षक एकता मंडल बक्सर का प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की। इस दौरान शिक्षक प्रतिनिधियों ने अपनी चीर परिचित मांगो पर चर्चा की। शिक्षक प्रतिनिधियों ने सांसद एवं एमएलसी जीवन कुमार से सभी मांगो को विस्तार पूर्वक सभी बिंदुओं पर चर्चा किया गया एवं एवं नियोजित शिक्षकों के सभी समस्याओं का समाधान का आश्वाशन दिया गया।

सांसद व एमएलसी के साथ परीक्षा और स्थानांतरण रूपी समस्या पर गहनता पूर्वक चर्चा की गई। जिसमें एमएलसी जीवन कुमार द्वारा कहा गया कि आप सभी विश्वास रखें कि किसी भी शर्त पर स्थानांतरण नहीं होगा। इसके अलावे एमएलसी ने विशिष्ट शिक्षक नियमावली 2023 में संशोधन करवाने का भरोस भी दिलवाया। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार शिक्षकों की समस्याओं को लेकर गंभीर है एवं विगत जुलाई माह में शिक्षकों के समर्थन में विशाल आंदोलन किया गया था।

जिसमें हमारे पार्टी के वरीय साथी ने शहादत देने का कार्य किया। उनकी शहादत को हमारी पार्टी बर्बाद नहीं होने देगी। उन्होंने कहा कि शिक्षकों की जायज मांगों को सरकार को मानना ही होगा। वार्ता के क्रम में सांसद द्वारा शिक्षक प्रतिनिधिमंडल से पूछा गया कि क्या आप लोगों को आयुष्मान भारत की सुविधा मिलती है, इस पर माननीय एमएलसी ने कहा कि किसी भी प्रकार की कोई स्वास्थ्य संबंधी सुविधा नहीं मिलती है।

इस पर सांसद बहुत गंभीर हो गए और उन्होंने जीवन कुमार से कहा कि शिक्षक एवं उनके परिवार में स्वास्थ्य संबंधी किसी गंभीर बीमारी हो जाने पर निम्न कोटि के वेतन से इलाज करा पाना मुश्किल है। उन्होंने आयुष्मान भारत के तर्ज पर उनके परिवारों को जोड़ने का मांग सदन में उठाने के लिए एमएलसी जीवन कुमार को प्रेरित किया।

उन्होंने कहा कि जीवन में स्वास्थ्य समस्या बहुत गंभीर मामला है। इस पर भारत सरकार गंभीरता पूर्वक ध्यान दे रही है, इससे शिक्षक एवं उनके परिवार को जोड़ना अति आवश्यक है। प्रतिनिधिमंडल में शिवजी दुबे, उपेंद्र पाठक ,नवनीत कुमार, अनीता यादव, राहुल कुमार सिंह आदि अन्य शिक्षक प्रतिनिधि शामिल थे।