रेलवे स्टेशन के समीप किशोर की चाकू गोदकर हत्या, पुलिस जांच में जुटी

रसूलपुर थाना क्षेत्र के छपरा-सिवान रेल खंड के चैनवा रेलवे स्टेशन के समीप बुधवार देर रात एक दुखद घटना घटी, जहां बदमाशों ने चाकू गोदकर 14 वर्षीय किशोर सुजीत कुमार गिरी की हत्या कर दी।

रेलवे स्टेशन के समीप किशोर की चाकू गोदकर हत्या, पुलिस जांच में जुटी
केटी न्यूज़, ऑनलाइन डेस्क: रसूलपुर थाना क्षेत्र के छपरा-सिवान रेल खंड के चैनवा रेलवे स्टेशन के समीप बुधवार देर रात एक दुखद घटना घटी, जहां बदमाशों ने चाकू गोदकर 14 वर्षीय किशोर सुजीत कुमार गिरी की हत्या कर दी। घटना को अंजाम देने के बाद बदमाश मौके से फरार हो गए। मृतक किशोर की पहचान चपरैठा गांव निवासी उदयगिरि के पुत्र के रूप में की गई है। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और मामले की छानबीन में जुट गई।

चुनावी विवाद बना हत्या का कारण:

प्राप्त जानकारी के अनुसार, मृतक सुजीत कुमार गिरी का विवाद चुनावी झंडा उतारने को लेकर हुआ था। इस विवाद ने पहले भी तनाव उत्पन्न किया था, जिसे पुलिस ने बीच-बचाव कर शांत करा दिया था। लेकिन, बुधवार देर रात यह विवाद एक बार फिर हिंसक रूप ले लिया। बताया जा रहा है कि सुजीत किसी काम से स्टेशन की तरफ गए थे। इसकी जानकारी दूसरे पक्ष के लोगों को मिल गई, जिन्होंने मौके पर पहुंचकर चाकू गोदकर उनकी हत्या कर दी। जख्मी हालत में सुजीत को एकमा पीएचसी में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

पुलिस की त्वरित कार्रवाई:

हत्या की खबर फैलते ही इलाके में तनाव व्याप्त हो गया। इसको देखते हुए पुलिस ने मौके पर अतिरिक्त बल तैनात कर दिया है। रसूलपुर थाना अध्यक्ष प्रभात कुमार ने बताया कि मामले की गहनता से जांच की जा रही है और संलिप्त बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि दोषियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

गांव में शोक की लहर:

इस हत्याकांड से चपरैठा गांव में शोक की लहर दौड़ गई है। गांववाले स्तब्ध और आक्रोशित हैं। सभी लोग पुलिस से त्वरित कार्रवाई की मांग कर रहे हैं ताकि दोषियों को सजा मिल सके। गांव के लोगों का कहना है कि चुनावी विवाद ने एक मासूम की जान ले ली, जो बेहद दुखद है। 

स्थिति नियंत्रण में:

पुलिस की सतर्कता और तत्परता के कारण स्थिति नियंत्रण में है। पुलिस अधिकारी घटना स्थल पर डटे हुए हैं और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए तैयार हैं। पुलिस बल की तैनाती से गांववालों को थोड़ी राहत मिली है और वे न्याय की उम्मीद कर रहे हैं। 

इस हत्याकांड ने एक बार फिर चुनावी रंजिशों के गंभीर परिणामों की ओर ध्यान आकर्षित किया है। पुलिस की तेजी और निष्पक्ष जांच से ही इस मामले का सही समाधान निकल सकेगा और पीड़ित परिवार को न्याय मिल सकेगा।