आईपीएल के उत्साह पर भारी पड़ रहा है लोकतंत्र का महापर्व

आईपीएल के उत्साह पर भारी पड़ रहा है लोकतंत्र का महापर्व

- चौक चौराहों व नुक्कड़ो पर आईपीएल के बदले हो रही है चुनावी चर्चा

- आईपीएल पर लगने वाले सट्टे व ड्रीम इलेवन पर टीम बनाने वालों में भी आई कमी

केटी न्यूज/डुमरांव

अभी पिछले सप्ताह तक डुमरांव के चौक चौराहों पर इंडियन प्रीमियम लीग ( आईपीएल ) की चर्चा हो रही थी। सुबह से लेकर शाम तक सूर्या की बैटिंग, धोनी की कप्तानी, आईपीएल 2023 में चमक बिखेरने वाले युवा सितारों के कौशल की चर्चा करते लोग थकते नहीं थे। बड़ी संख्या में लोग ड्रीम इलेवन पर टीम भी बनाते थे। लेकिन नगर निकाय चुनाव की घोषणा होने के बाद से ही आईपीएल की चचाएं अब गौण हो गई है। चाय पान की दुकानों पर पिछली रात के रोमांचक मैच के बदले चेयरमैन व उप चेयरमैन के प्रत्याशियों की चर्चा अधिक हो रही है।

लोग चुनावी रंग में रंग चुके है। हर जगह प्रत्याशियों के गुण अवगुण तथा हार जीत पर दांव लगाए जा रहे है। जबकि पिछले सप्ताह तक यह दांव अपने फेवरेट टीमों के जीत हार पर लगाए जा रहे थे। लोगों का कहना है कि आईपीएल तो हर साल होता है लेकिन लोकतंत्र का यह महापर्व पांच सालों के बाद आता है। यही कारण है कि लोक तंत्र के इस महापर्व के आगे आईपीएल का उत्साह अब कम पड़ गया है। खास यह कि क्रिकेट के प्रति दीवानगी रखने वालें युवा भी अब आइपीएल से अधिक नगर निकाय चुनाव को तरजीह दे रहे है। जिस कारण चौक चौराहों तथा नुक्कड़ो पर होने वाली चर्चाओं का विषय बदल गया है। अल सुबह से देर रात तक लोग चुनाव पर चर्चा करते नजर आ रहे है। बता दें कि पिछले कुछ दिनों से चल रही भयंकर लू के कारण दोपहर में बाजार में सन्नाटा पसर जा रहा था। लेकिन सियासी तपिश के आगे आग उगलते सूरज तथा बदन को झुलसाने वाली लू का कहर भी कम लगने लगा है। दोपहर में भी प्रत्याशियों तथा उनके समर्थकों का हुुजूम सड़कों पर दिखाई पड़ रहा है।  

चौक चौराहों पर सज रहा है चौपाल

हालांकि आईपीएल अब अपने समापन की तरफ बढ़ रहा है। इस भीषण गर्मी के मौसम में लोग आईपीएल देखने के लिए शाम ढलते ही घरों में दुबक जाते थे। लेकिन चुनावी चर्चा होने के बाद से ही लोग अब शाम होने के बाद चौक चौराहों पर निकल रहे है। चाय पान की दुकानों तथा चौक चौराहों पर लोगों का चौपाल सज रहा है। जहा चुनाव पर खुलकर चर्चा हो रही है। दिलचस्प यह है कि इस चर्चा में बुजुर्गों के साथ ही युवा भी भाग ले रहे है।

नगर परिषद के नये सरकार के गठन में युवाओं की दिलस्पी लोकतंत्र के सुखद भविष्य का संकेत कर रही है। बता दें कि इस बार के चुनाव में चेयरमैन, वाइस चेयरमैन तथा वार्ड पार्षद पदों के प्रत्याशियों के रूप में अबतक जो चेहरे सामने आए है उनमें अधिकांश युवा ही है। राजनीतिक प्रेक्षक नगर परिषद चुनाव के बहाने युवाओं में राजनीति के प्रति बढ़ी दिलचस्पी को लोकतंत्र के स्वास्थ के लिए बेहतर मान रहे है। बता दें कि 9 जून को डुमरांव नगर परिषद के चेयरमैन, उप चेयरमैन तथा 35 वार्डों के पार्षद पद के लिए मतदान होना है। जबकि उनके भाग्य का फैसला 11 जून को किया जाएगा। प्रत्याशी तथा उनके समर्थक एड़ी चोटी का जोर लगा रहे है।