पीडीडीयू नगर में श्रीमद्भागवत कथा के छठे दिन कंस वध और रुक्मिणी विवाह की कथा का हुआ श्रवण

लखनऊ । नगर के चालीस फीट रोड पर एक लॉन में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के छठे दिन वृंदावन से आए पं. राम बिहारी शुक्ला ने कंस वध और रुक्मिणी विवाह की कथा सुनाई।

पीडीडीयू नगर में श्रीमद्भागवत कथा के छठे दिन कंस वध और रुक्मिणी विवाह की कथा का हुआ श्रवण

केटी न्यूज़/ लखनऊ 

लखनऊ । नगर के चालीस फीट रोड पर एक लॉन में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के छठे दिन वृंदावन से आए पं. राम बिहारी शुक्ला ने कंस वध और रुक्मिणी विवाह की कथा सुनाई। उन्होंने बताया कि जब-जब धरती पर पाप बढ़ता है, भगवान पापियों के अंत के लिए अवतार लेते हैं। भक्तों ने संगीतमय कथा का आनंद लेते हुए भाव विभोर होकर कथा सुनी। महाराज ने बताया कि जैसे ही कृष्ण मथुरा पहुंचे, सभी जान गए थे कि यही बालक कंस का वध कर मथुरा का राजा बनेगा, इसलिए उनका स्वागत किया गया। कृष्ण और बलराम ने कंस के सभागार में धनुष तोड़ा और वहां के सैनिकों को भगाया। कंस ने पागल हाथी और चाणूर को कृष्ण को मारने के लिए भेजा, लेकिन कृष्ण ने चाणूर को मुक्का मारकर मार डाला और कंस का भी वध कर दिया। 

इसके बाद श्रीकृष्ण और रुक्मिणी के विवाह की कथा सुनाई गई, जिसे सुनकर भक्तों ने जयकारे लगाए। इस मौके पर राज्यमंत्री डॉ. दयाशंकर मिश्रा दयालु भी उपस्थित रहे और उन्हें स्मृति चिह्न भेंट किया गया। इस अवसर पर मुरली सेठ, मुसाफिर मिश्र, ललन सिंह, अरुण कुमार द्विवेदी, नवीन पांडेय, सतीश तिवारी, आरपी पांडेय, सुरेन्द्रनाथ तिवारी और संतोष कुमार तिवारी समेत अन्य लोग भी उपस्थित थे।