बक्सर में बढ़ता ‘इंजेक्शन ड्रग्स’ का खतरा, किशोर-युवा तेजी से फंस रहे नशे की गिरफ्त में

बक्सर शहर में किशोरों और युवाओं के बीच इंजेक्शन द्वारा नशीली दवाओं के सेवन का खतरा तेजी से बढ़ता जा रहा है। स्थिति इतनी गंभीर हो चुकी है कि कई मोहल्लों में शाम ढलते ही कोनों में बैठे युवाओं के हाथों में नशीले इंजेक्शन और सिरिंज आसानी से देखी जा सकती हैं। इस बढ़ते खतरे को देखते हुए युवाशक्ति सेवा संस्थान सक्रिय हो गया है और संस्था ने जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर अवैध नशे के इस नेटवर्क पर तत्काल कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

बक्सर में बढ़ता ‘इंजेक्शन ड्रग्स’ का खतरा, किशोर-युवा तेजी से फंस रहे नशे की गिरफ्त में

-- कार्रवाई को लेकर युवाशक्ति सेवा संस्थान का अलर्ट, डीएम से लगाई गुहार

-- दवा दुकानों पर बिना पर्ची बिक रही प्रतिबंधित इंजेक्शन व दवाएं; समाजसेवियों ने प्रशासन पर उठाए सवाल, शहर में जागरूकता अभियान शुरू करने की मांग

केटी न्यूज/बक्सर

बक्सर शहर में किशोरों और युवाओं के बीच इंजेक्शन द्वारा नशीली दवाओं के सेवन का खतरा तेजी से बढ़ता जा रहा है। स्थिति इतनी गंभीर हो चुकी है कि कई मोहल्लों में शाम ढलते ही कोनों में बैठे युवाओं के हाथों में नशीले इंजेक्शन और सिरिंज आसानी से देखी जा सकती हैं। इस बढ़ते खतरे को देखते हुए युवाशक्ति सेवा संस्थान सक्रिय हो गया है और संस्था ने जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर अवैध नशे के इस नेटवर्क पर तत्काल कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

संस्था के सक्रिय सदस्य और समाजसेवी आकाश कुमार सिंह उर्फ रामजी सिंह ने बताया कि शहर की कई अंग्रेजी दवा दुकानों पर बिना डॉक्टरी पर्ची के ऐसे इंजेक्शन और प्रतिबंधित मेडिसिन खुलेआम बेची जा रही हैं, जो सीधे तौर पर नशे की श्रेणी में आती हैं। उनके अनुसार, दुकानदारों का लालच और प्रशासनिक ढिलाई युवाओं को नशे की दलदल की ओर धकेल रही है।रामजी सिंह का आरोप है कि कुछ दवा दुकानदार पहचान वाले नशेड़ियों को बिना किसी प्रकार की जांच के ये दवाएं दे देते हैं। कुछ जगहों पर यह सिलसिला इतनी आसानी से चलता है कि ड्रग इंस्पेक्टर तक की मौन सहमति प्रतीत होती है।

संस्था का कहना है कि नशे की ये इंजेक्शन युवाओं के लिए बेहद खतरनाक हैं। इससे दिमागी संतुलन बिगड़ता है, किडनी पर गंभीर असर पड़ता है और कुछ मामलों में मानसिक अस्थिरता तक हो जाती है। कई युवा इस नशीले इंजेक्शन के आदी होने के बाद सामान्य जिंदगी से पूरी तरह कट जाते हैं और आपराधिक गतिविधियों तक में शामिल होने लगते हैं।ज्ञापन में प्रशासन से साफ तौर पर मांग की गई है कि ऐसी सभी दवा दुकानों की सूची तैयार कर उनकी सघन जांच की जाए, और जो भी दुकानदार बिना पर्ची नशीली दवा बेचते पाए जाएं, उन पर कड़ी दंडात्मक कार्रवाई हो। संस्था का तर्क है कि अगर दवा दुकानों पर नकेल लगी तो शहर के युवा बड़ी संख्या में इस नशे से बचे रहेंगे।

हालांकि संगठन का यह भी मानना है कि सिर्फ पुलिसिया कार्रवाई काफी नहीं है। राम जी सिंह के अनुसार जागरूकता अभियान चलाए बिना इस जहर को रोका नहीं जा सकता। हर मोहल्ले में ऐसे युवाओं की मौजूदगी है जो इंजेक्शन ड्रग्स की चपेट में आ चुके हैं। बिना सामाजिक सहयोग के स्थिति और भयावह हो सकती है।युवाशक्ति सेवा संस्थान ने शहरवासियों से अपील करते हुए कहा कि वे अपने आसपास नशे में डूब रहे युवाओं की पहचान करें, उन्हें समझाएं और जरूरत पड़े तो प्रशासन तक सही जानकारी पहुंचाएं। संस्था का कहना है कि यदि समाज और प्रशासन दोनों मिलकर कदम उठाएं, तो बक्सर को इस बढ़ते संकट से बचाया जा सकता है।