मचा हडकंप: निगरानी विभाग ने 1.10 लाख रिश्वत लेते रंगेहाथ सीओ को किया गिरफ्तार

शनिवार को जिले के कार्यालयों में भ्रष्टाचार एक लम्बे अरसे से व्याप्त है। कोई भी काम बिना सुविधा-शुल्क दिये नहीं होता है। ऐसे तो जिले का लगभग सरकारी कार्यालय इसकी चपेट में है, किन्तु विशेष रूप से यह मंजर जिले के प्रखंड और अंचल कार्यालयों में ख़ूब देखने को मिलता है। प्रखंड के पंचायतों में चलने वाले विकासात्मक कार्य हों या फिर अंचलों में दाखिल खारिज चाहे जमीन संबंधी कोई काम हो। भ्रष्टाचार में संलिप्त सीओ को बिना चढ़ावा चढ़ाये किसी का भी कल्याण नहीं हो सकता।

मचा हडकंप: निगरानी विभाग ने 1.10 लाख रिश्वत लेते रंगेहाथ सीओ को किया गिरफ्तार

केटी न्यूज/सासाराम 

 शनिवार को जिले के कार्यालयों में भ्रष्टाचार एक लम्बे अरसे से व्याप्त है। कोई भी काम बिना सुविधा-शुल्क दिये नहीं होता है। ऐसे तो जिले  का लगभग सरकारी कार्यालय इसकी चपेट में है, किन्तु विशेष रूप से यह मंजर जिले के प्रखंड और अंचल कार्यालयों में ख़ूब देखने को मिलता है। प्रखंड के पंचायतों में चलने वाले विकासात्मक कार्य हों या फिर अंचलों में दाखिल खारिज चाहे जमीन संबंधी कोई काम हो। भ्रष्टाचार में संलिप्त सीओ को बिना चढ़ावा चढ़ाये किसी का भी कल्याण नहीं हो सकता।

भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे जिले के कई कार्यालयों के लिपिक और अधिकारी पूर्व में निगरानी और सीबीआई के गिरफ्त में आ चुके हैं।  इसी कड़ी में निगरानी विभाग की टीम ने सासाराम अंचल में पदस्थापित अंचलाधिकारी सुधीर ओंकारा का सबसे विश्वास-पात्र माना जाने वाला डाटा इंट्री ऑपरेटर आकाश कुमार को 1लाख 10 हजार रिश्वत के साथ सासाराम अंचल कार्यालय से गिरफ्तार कर लिया है। इस कार्रवाई से जिले के अन्य विभाग अंतर्गत भ्रष्टाचार संलिप्त पदाधिकारी सहित निम्न कर्मी में कुछ दिनों के लिए भय व्याप्त तो हुआ है। लेकिन धीरे-धीरे फिर समाप्त हो जायेगा और पुनः भोली भाली रोहतास की जनता से विभागीय कार्य के लिए रिश्वत के रूप में चढ़ावा की मांग शुरू हो जायेगा।