ये हीरो "किन्नरों" से फाइनल करवाता था अपनी फिल्म का गाना
देश के दिग्गज फिल्ममेकर और शो-मैन राज कपूर ने बॉलीवुड में कई यादगार फिल्में दी हैं।
केटी न्यूज़/दिल्ली
देश के दिग्गज फिल्ममेकर और शो-मैन राज कपूर ने बॉलीवुड में कई यादगार फिल्में दी हैं। राज कपूर की बनाई कुछ बेहतरीन फिल्मों में श्री 420, आवारा, संगम, बॉबी और सत्यम शिवम् सुन्दरम शामिल हैं। उनकी फिल्मों की वजह से हिन्दी सिनेमा ने अपनी सीमाओं को लांघते हुए विदेशी जमीन पर भी पैर फैलाए थे। एक संपूर्ण फिल्मकार होने की वजह से वह अभिनय, निर्देशन, निर्माण के अलावा कहानी, पटकथा, संपादन, गीत, संगीत में भी अपनी रुचि रखते थे।
आज हम आपको राज कपूर की बनाई किसी फिल्म के बारे में नहीं बल्कि उनके गानों के हिट होने की वजह के बारे में बताने जा रहे हैं।उनकी फिल्मों के गाने आज भी लोगों की जुबान पर रहते हैं, लेकिन ये जानकर आपको हैरानी होगी कि उनके गानों के हिट होने की वजह 'किन्नर' हुआ करते थे। राजकपूर अपनी फिल्मों के गानों के लिए किन्नरों से सलाह-मशवरा किया करते थे।
उस दौर में राज कपूर की पार्टियां बॉलीवुड में काफी चर्चित रहा करती थीं। पूरा बॉलीवुड उनकी होली पार्टी में शामिल होने के लिए जरूर पहुंचता था।R. K स्टूडियो में होने वाली होली पार्टी में किन्ररों को भी खासतौर पर न्यौता दिया जाता था। होली वाले दिन किन्नर स्टूडियो में जमकर होली खेलते थे और नाचते-गाते थे।
इस दौरान राज कपूर आखिर में किन्ररों को अपनी आने वाली फिल्मों का गाना सुनाया करते थे। अगर किन्नरों को उनकी आने वाली फिल्म का गाना पसंद नहीं आता था, तो वह उस गाने को रिजेक्ट कर देते थे। इस किस्से से जुड़ा एक ऐसा ही वाक्या फिल्म 'राम तेरी गंगा मैली' के दौरान भी हुआ। राज कपूर ने किन्नरों को अपनी फिल्म का गाना सुनाया, गाना सुनते ही सभी किन्नरों ने उस गाने को रिजेक्ट कर दिया और फिल्म के लिए दूसरा गाना बनाने की सलाह दी।
इसके बाद संगीतकार रविन्द्र जैन का बनाया 'सुन साहिबा सुन' वाला गाना किन्नरों को सुनाया गया। इस नए गाने को सुनकर तमाम किन्नर खुश हो गए थे। और राज कपूर को उन्होंने कहा था कि सालों तक लोग इस गाने को नहीं भूला पाएंगे। फिर ऐसा ही हुआ कि फिल्म के साथ साथ गाने ने भी लोगों के दिमाग पर छाप छोड़ी। आज भी इस फिल्म के गाने लोग अक्सर गुनगुनाते हैं।तो कैसा लगा आपको ये किस्सा हमे