ईरान से मिल रही धमकी 'ऐसी मौत मारेंगे देखकर रूह कांप जाएगी', 4 महीने से ड्रग पेडलर्स के पास फंसा है आरा का गौरव, मांग रहे 2 करोड़ रुपए

संयुक्त अरब अमीरात और फिर ईरान में बुलाकर किडनैप करने इंटरनेशनल किडनैपर गैंग ने अभी तक बिहार के युवक गौरव कुमार साह को मुक्त नहीं किया है।

ईरान से मिल रही धमकी 'ऐसी मौत मारेंगे देखकर रूह कांप जाएगी', 4 महीने से ड्रग पेडलर्स के पास फंसा है आरा का गौरव, मांग रहे 2 करोड़ रुपए
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केटी न्यूज़/भोजपुर

विदेश में नौकरी देने का झांसा देकर भारत से अरबिया एयरलाइंस फ्लाइट से संयुक्त अरब अमीरात और फिर ईरान में बुलाकर किडनैप करने इंटरनेशनल किडनैपर गैंग ने अभी तक बिहार के युवक गौरव कुमार साह को मुक्त नहीं किया है। भारत, ईरान, संयुक्त अमीरात व पाकिस्तान का यह गैंग छोड़ने के लिए दो करोड़ रुपये मांग रहे थे।

इस विषम हालत में 24 फरवरी 2024 से भोजपुर जिले के पीरो प्रखंड के सुखरौली गांव निवासी गौरव का परिवार अनहोनी में जी रहा है। उसको सुरक्षित भारत लाने के लिए उसके दोनों भाई सौरव कुमार साह और राजन कुमार साह अब पुलिस तक भोजपुर पुलिस, भारतीय विदेश मंत्रालय, गुजरात के आतंकवाद निरोधक दस्ता(एटीएस), नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) तक गुहार लगा चुके हैं।

मिस्टर साहू नाम का एक दलाल भोजपुर के सुखरौली गांव के गौरव को 4 महीने पहले ईरान ले गया था। उसे तेल कंपनी में काम लगवाने का झांसा दिया गया था। तब से गौरव ईरान में ही कैद है। असल में मिस्टर साहू ने गौरव को ड्रग्स के बदले ईरान में गिरवी रख दिया है। ड्रग पेडलर्स अब गौरव के परिवार वालों से 2 करोड़ की फिरौती मांग रहे हैं। फिरौती की रकम नहीं देने पर गौरव की हत्या करने की धमकी दे रहे हैं। वॉट्सऐप के जरिए लगातार मैसेज कर रहे हैं।

गौरव का परिवार विदेश मंत्रालय तक पहुंचा है। विदेश मंत्रालय ने ईरान में अपने दूतावास में बात की है। लेकिन, अभी भी गौरव का कुछ पता नहीं चल सका है।मामला भले ही ईरान में भारतीय दूतावास तक पहुंच गया हो, लेकिन भोजपुर प्रशासन ने गौरव के परिवार की सुध नहीं ली है। कोई अधिकारी गौरव का हाल बताने या परिवार का हाल पूछने तक नहीं आता। पुलिस ने प्राथमिकी भी पूर्व सांसद आरके सिंह के कहने पर दर्ज की थी। इधर, हर गुजरते दिन के साथ परिवार की उम्मीदें टूट रही हैं, लेकिन उन्हें मोदी सरकार पर भरोसा है। गौरव के परिवार के लोग भोजपुर एसपी ऑफिस पहुंचे थे, लेकिन एसपी से मुलाकात नहीं हो सकी।

गौरव की बहन निक्की कहती हैं कि पेडलर्स की ओर से लगातार धमकी दी जा रही है। दो करोड़ रुपए की मांग की जा रही है। अगर पैसे नहीं दिए तो वो लोग गौरव को मार देंगे। वो पैडलर्स बोलते हैं- हम लोग गौरव को ऐसी मौत मारेंगे, जिसे देखकर रूह कांप जाएगी। यह बात बताते-बताते गौरव की बहन निक्की की आंखें भर आती हैं। रोते हुए निक्की आगे बताती हैं कि विदेश मंत्रालय से एक मेल आया था। उन्होंने ईरान में मामले की सूचना देने की बात कही है। हालांकि, भोजपुर जिला प्रशासन ने अब तक हमारे परिवार के लोगों से मिलकर हाल भी पूछने की जरूरत नहीं समझती है।

हमारा केस भी दर्ज नहीं किया जा रहा था। तब हम लोगों ने आरके सिंह को इसकी जानकारी दी थी। आरके सिंह के कहने पर हमारा मामला दर्ज हुआ था। कोई भी अधिकारी हमारे बीच आकर हमसे हाल जानने की कोशिश नहीं करता है। इस वजह से आज एसपी ऑफिस आए हैं, लेकिन एसपी से मुलाकात नहीं हो सकी है। गौरव के दोनों भाई-बहन भोजपुर पुलिस, भारतीय विदेश मंत्रालय, गुजरात के आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस), नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो  तक गुहार लगा चुके हैं। बुधवार को गौरव के भाई राजन ने विदेश मंत्री एस जयशंकर के कार्यालय में फोन किया। कॉल पर उसकी बात विदेश सचिव के अवर सचिव विभूति नाथ पांडेय से हुई।

अपर सचिव विभूति नाथ पांडेय ने ईरान की राजधानी तेहरान में अपने भारतीय दूतावास से संपर्क किया। उन्होंने गौरव के परिवार को बताया कि भारत के वाणिज्य-दूत ने ईरानी विदेश मंत्रालय के प्रतिनिधि से बात की है। ईरान के फारस, सिस्तान और बलूचिस्तान प्रांत में संबंधित अधिकारियों को जानकारी दी गई है। इंटरपोल विभाग, तेहरान को भी जानकारी दी गई है। ऐसा आरोप है कि गौरव को फारस से सिस्तान और बलूचिस्तान में बंधक के रूप में ले जाया गया है। इसलिए हमारे वाणिज्य-दूत ने एमएफए प्रतिनिधि के साथ भी इस मामले को उठाया है। फिलहाल गौरव की अभी तक कोई जानकारी नहीं मिली है।

 

अवर सचिव ने आगे बताया कि परिवार के सदस्यों द्वारा उपलब्ध कराए मोबाइल नंबर पर संपर्क स्थापित करने के हमारे वाणिज्य दूतावास के सभी प्रयास आज तक सफल नहीं हुए हैं। क्योंकि मोबाइल नंबर बंद या नॉट रिचेबल हैं। हमारा दूतावास और वाणिज्य दूतावास गौरव कुमार का शीघ्र पता लगाने, कुशलता और भारत वापसी के लिए ईरानी पक्ष के साथ इस मामले को उठाता रहेगा। वहीं, अवर सचिव की ओर से राजन को बताया गया कि हमारे दूतावास ने सुझाव दिया है कि गौरव कुमार को बहकाने वाले कथित अपराधी स्पष्ट रूप से भारत और दुबई में रहने वाले भारतीय नागरिक हैं। इसलिए भारत में ही आवश्यक जांच करना उचित होगा।

29 अप्रैल को भारतीय तटरक्षक (आईसीजी) और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने 173 किलोग्राम ड्रग्स पकड़ी थी। इसमें 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। एटीएस के अफसरों ने बताया था कि इन पेडलर्स ने ड्रग्स के बदले बिहार के भोजपुर के युवक को ईरान की गैंग के पास गिरवी रखा था। इससे पहले ईरान जाने के लिए गौरव 15 फरवरी को पटना जंक्शन पहुंचा था। पटना जंक्शन से लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस ट्रेन से मुंबई पहुंचा और जॉब एजेंट कंपनी (इंटरनेशनल किडनैपर गैंग) के खर्च पर मुंबई के एक होटल में करीब एक सप्ताह ठहरा। 22 फरवरी को एयर अरबिया एयरलाइंस से शारजाह एयरपोर्ट के लिए उड़ान भरा।

शारजाह में उसे इंटरनेशनल किडनैपर गैंग के हैंडलर मिस्टर साहू और सोनू ने रिसीव किया। गौरव ने 24 फरवरी को दोपहर 2 बजे चेक इन किया और 25 फरवरी को दोपहर 12 बजे चेक आउट किया। ईरान जाने के दौरान गौरव से परिजनों की कई दफा वीडियो कॉल पर बात हुई थी। लेकिन, 8 मई के बाद से उससे बात नहीं हो सकी है। अब पैडलर्स लगातार दो करोड़ रुपए की मांग कर रहे हैं। जब तक रुपए नहीं दिए जाएंगे, वो गौरव से ना तो बात करवाना चाहते हैं और न ही गौरव को छोड़ना चाहते हैं।