नोनियापुरा बवाल के बाद दर्ज हुआ दो एफआईआर, एक गिरफ्तार, छापेमारी तेज

कृष्णाब्रह्म थाना क्षेत्र के नोनियापुरा गांव के पास हुए हिंसक संघर्ष व गोलीबारी मामले में एक तरफ नोनियापुरा के एक जख्मी ने ढेंका, छतनवार तथा नाटा डेरा के करीब दर्जन भर नामजदों पर एफआईआर दर्ज कराया है

नोनियापुरा बवाल के बाद दर्ज हुआ दो एफआईआर, एक गिरफ्तार, छापेमारी तेज

- नोनियापुरा के जख्मी ग्रामीण तथा पेट्रोल पंप संचालक ने दर्ज कराए अलग-अलग एफआईआर

- घटना में शामिल लोगों की शिनाख्त व गिरफ्तारी में जुटी पुलिस

केटी न्यूज/डुमरांव

कृष्णाब्रह्म थाना क्षेत्र के नोनियापुरा गांव के पास हुए हिंसक संघर्ष व गोलीबारी मामले में एक तरफ नोनियापुरा के एक जख्मी ने ढेंका, छतनवार तथा नाटा डेरा के करीब दर्जन भर नामजदों पर एफआईआर दर्ज कराया है तो दूसरी तरफ ढेंका मोड़ के पास स्थित पेट्रोल पंप संचालक ने भी पंप पर तोड़फोड़ करने, नोजल मैन से मारपीट आदि का अरोप लगा मामला दर्ज कराया है। पुलिस अबतक एक आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है, जबकि अन्य की शीघ्र गिरफ्तारी का दावा पुलिस कर रही है। इधर गुरूवार को भी इस घटना को ले दोनों पक्षों के बीच तनाव बना रहा है। हालांकि, पुलिस की सक्रियता से टकराव की नौबत नहीं आई।

बता दें कि नोनियापुरा के युवकों तथा छतनवार व ढेंका के युवकों के बीच मामूली बात पर मंगलवार से ही विवाद जारी है। बुधवार को यह विवाद हिंसक रूख अख्तियार कर लिया था। ढेंका पेट्रोल पंप के पास आमने सामने आए दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर जमकर ईंट पत्थर बरसाए थे। इस दौरान फायरिं भी हुई थी, जिसमें आधा दर्जन लोग जख्मी हुए है। गुरूवार को पुलिस ने छतनवार के संजय कुमार यादव को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।

मजदूूरी कर लौटने के दौरान घेरकर पिटा

पुलिस को दिए आवेदन में नोनियापुर के राजू प्रसाद ने बताया है कि वे लोग खेत से मजदूरी कर वापस अपने गांव लौट रहे थे। इसी दौरान ढेंका मोड़ के पास स्थित पेट्रोल पंप के पास पहले से घात लगाए बैठे छतनवार, ढेंका व नाटा बाबा डेरा गांव के दर्जनों युवकों ने उनके ई-रिक्शा को रूकवा मारपीट शुरू कर दिया। इस दौरान वे लोग हमे तीन ओर से घेर लिए थे। हमलोगों को छुड़ाने आए गांव के अन्य लोगों को भी पिटा गया। राजू ने दर्जन भर युवकों को नामजद किया है। 

वही दूसरी तफर पेट्रोल पंप संचालक दीपक कुमार ने पुलिस को दिए आवेदन में बताया है कि शाम करीब पांच बजे वे अपने पंप पर पहुंचे तो देखे कि पंप का शीशा तथा वहां खड़ी वहानों, सीसीटीवी आदि को तोड़ा गया है तथा मेरे पंप पर काम करने वाले दो-तीन नोजल मैन जो ढेंका निवासी है, उनके साथ भी मारपीट की गई है। संचालक ने नोनियापुरा के ग्रामीणों पर ही मारपीट व तोड़फोड़ का आरोप लगाया है। 

पुलिस की उदासीनता से बना तिल का ताड़

नोनियापुरा बवाल के पीछे स्थानीय पुलिस की उदासीनता को बड़ी वजह बताई जा रही हैं। जानकारों का कहना है कि दो तीन दिन पहले से विवाद चल रहा था। जिसकी जानकारी मिलने के बाद भी पुलिस ने सख्त कदम नहीं उठाया। जिससे दोनों पक्षों का मनोबल बढ़ा तथा बात इतनी बढ़ गई कि इलाके में जातीय तनाव चरम पर पहुंच गया। जानकारों का कहना है कि यदि पुलिस ने त्वरित कदम उठाए होते तो इतना बड़ा बवाल नहीं होता।

कहते है थानाध्यक्ष

नोनियापुरा की घटना में दो एफआईआर दर्ज किए गए है। एक आरोपित को गिरफ्तार किया गया है। जल्दी ही घटना में शामिल अन्य शरारती तत्वों को दबोच लिया जाएगा। स्थिति नियंत्रित है तथा मामले पर पुलिस की पैनी नजर है। - नीतीश कुमार, थानाध्यक्ष, कृष्णाब्रह्म