रेंका में दो झोपड़ियां जलकर राख, पीड़ित ने पांच पर दर्ज कराया एफआईआर
- जमीन विवाद से जुड़ा है मामला, हाई कोर्ट के निर्देश पर निजी जमीन से मिट्टी हटाने पहुंची प्रशासनिक टीम का हुआ था विरोध
केटी न्यूज/नावानगर
सिकरौल थाना के रेंका गांव में जमीन विवाद को लेकर अगलगी की घटना प्रकाश में आया है। जिससे दो झोपड़ियां के साथ उसमें बंधी दो बकरियां व कुछ मुर्गे आग की लपट में झुलस गई है। इस संबंध में पीड़ित नागा भर ने सिकरौल थाना में पांच लोगों लालबाबू उपाध्याय, उपेंद्र उपाध्याय, भोला उपाध्याय, उत्तम उपाध्याय, प्रीतम उपाध्याय को नामजद कर एफआईआर दर्ज कराया है। पीड़ित ने अपने आवेदन में दिया है
कि सभी अभियुक्त बीते रात लाठी-डंडे से लैस होकर झोपड़ी के पास आकर आग लगा दिए। विरोध करने पर मेरे साथ गाली-गलौज भी किया। झोपड़ी में आग लगने से मेरी बकरी एवं मुर्गी झुलस गई हैं। पड़ोसियों की मदद से काफी प्रयास के बाद आग पर काबू पाया गया, तबतक मेरी झोपड़ी जलकर राख हो गई। झोपड़ी में लगी आग की लपटों से पड़ोसी भारत यादव की झोपड़ी भी जल गई है।
घटना की सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष बिरेंद्र कुमार मौके पर पहुंच कर जांच पड़ताल की। थानाध्यक्ष ने बताया की एफआईआर दर्ज कर ली गई है, मामले की जांच की जा रही है। इधर ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार रेंका डेरा पर जाने के लिए पूर्व से कच्चा रास्ता था। उस रास्ते पर पंचायत की मुखिया द्वारा हाल ही में मिट्टी भराई करा दी गई है।
जिसको लेकर गांव के लालबाबू उपाध्याय ने हाई कोर्ट पटना में अपनी रैयती जमीन में सड़क बनाने का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया। कोर्ट ने रास्ते से मिट्टी हटाने का आदेश दिया था। जिसके बाद अंचल प्रशासन स्थानीय पुलिस के सहयोग से रास्ते पर डाले गए मिट्टी को हटाने पहुंचा था।
लेकिन मोहल्ले वालों के भारी विरोध के कारण प्रशासनिक टीम बैरंग लौट गई थी। वही रात में अगलगी की घटना हो गई। सूत्रों की मानें तो इसे उक्त विवाद से ही जोड़कर देखा जा रहा है। इस घटना को ले गांव में गुटीय तनाव व्याप्त है।