कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय के छात्राओं से झाड़ू लगवाने की वीडियो वायरल

कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय, नवानगर से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें छात्राएं स्कूल परिसर में झाड़ू लगाती और कचरा साफ करती नजर आ रही हैं। इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए जदयू प्रखंड अध्यक्ष सह बीसूत्री अध्यक्ष सत्यानंद कुशवाहा ने एसडीएम के पास औपचारिक शिकायत दर्ज कराई है। हालांकि, केशव टाइम्स इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है।

कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय के छात्राओं से झाड़ू लगवाने की वीडियो वायरल

केटी न्यूज/नावानगर 

कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय, नवानगर से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें छात्राएं स्कूल परिसर में झाड़ू लगाती और कचरा साफ करती नजर आ रही हैं। इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए जदयू प्रखंड अध्यक्ष सह बीसूत्री अध्यक्ष सत्यानंद कुशवाहा ने एसडीएम के पास औपचारिक शिकायत दर्ज कराई है। हालांकि, केशव टाइम्स इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है। 

एसडीएम को दिए शिकायत में उन्होंने उल्लेख किया है कि विद्यालय की वार्डन व शिक्षकों द्वारा छात्राओं से जबरन सफाई कार्य करवाया जा रहा है। विद्यालय परिसर से लेकर सड़क किनारे तक छात्राएं झाड़ू लगाकर कचरा एकत्र करती हैं और उसे खुद नष्ट करती हैं। जब छात्राओं से पूछा गया कि वे ऐसा क्यों कर रही हैं, तो उन्होंने बताया कि शिक्षकों द्वारा यह कहा जाता है कि सफाईकर्मी नहीं हैं, और अगर पढ़ाई करनी है तो सफाई खुद करनी होगी। 

श्री कुशवाहा ने बताया कि यह मामला वायरल वीडियो से सामने आया है। इसको लेकर जदयू के प्रखंड अध्यक्ष के साथ राजेश कुमार और बीरेंद्र प्रसाद ने स्कूल का निरीक्षण किया, जिसमें छात्राओं द्वारा खुद भी सफाई करवाने की बात कही गई।

उन्होंने एसडीएम से मांग की है कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर संबंधित वार्डेन व शिक्षकों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में किसी भी विद्यालय में बच्चों से शिक्षा के नाम पर जबरन श्रम न करवाया जा सके।

इधर वायरल वीडियो पर बीईओ श्याम बिहारी प्रसाद ने कस्तूरबा आवासीय विद्यालय पहुंचकर इसकी जांच की। उन्होंने बताया कि एक पेड़ मां के नाम के कार्यक्रम के तहत फलदार एवं छायादार पौधा लगाने के लिए कक्षा 9 एवं 10 की छात्रा विद्यालय कैंपस की साफ सफाई की थी। उन्होंने कहा कि छात्राओं से रोज ऐसा नहीं करवाया जाता है।