नुक्कड़ नाटक कर प्राकृतिक आपदाओं से बचाव के बताए गए तरीके

नुक्कड़ नाटक कर प्राकृतिक आपदाओं से बचाव के बताए गए तरीके

- केसठ में भारती कला मंच बक्सर के तत्वावधान में आयोजित हुआ था नुक्कड़ नाटक, लोगों को किया गया जागरूक

केटी न्यूज/केसठ

शुक्रवार को प्रखंड क्षेत्र नया बाजार केसठ में प्राकृतिक आपदाओं से बचाव को जागरूक करने के लिए नुक्कड़ नाटक कार्यक्रम आयोजित की गयी। नाटक के माध्यम से लोगो को इस बात के लिए जागरूक किया गया कि प्राकृतिक आपदा आने के समय किस तरह से बचाव किया जाय। इस दौरान बताया गया कि सूखा, आग, वज्रपात, बाढ़, तूफान, भूकंप, ओलावृष्टि, और ज्वालामुखी फटने जैसी विभिन्न प्राकृतिक आपदाओं का पूर्वानुमान नहीं लगाया जा सकता है और न ही इन्हें रोका जा सकता है, लेकिन इनके प्रभावों को एक सीमा तक कम जरूर किया जा सकता है। जिससे जान-माल का कम से कम नुकसान हो। यह कार्य तभी किया जा सकता है, जब लोगों को ऐसी प्राकृतिक आपदाओं से बचाव की जानकारी हो। लोगों को भविष्य में इन आपदाओं से बचने और अपने आसपास को सुरक्षित रखने के उद्देश्य से उनमें जागरूकता उत्पन्न करने की जरूरत है। इस संबंध में जानकारी देते हुए बीडीओ मिथिलेश बिहारी वर्मा ने बताया कि भारती कला मंच बक्सर के तत्वावधान से आपदा से बचाव को लेकर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत नुक्कड़ नाटक के माध्यम से वज्रपात, अगलगी, सूखा, भूकम्प सुरक्षा व सड़क सुरक्षा को लेकर जानकारी दी जा रही है। इस क्रम में शुक्रवार को नया बाजार केसठ में कला मंच के कलाकारों द्वारा नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति की गई। इस प्रस्तुति में कलाकारोें ने बड़े ही रचनात्मक तरीके से लोगों को प्राकृतिक आपदाओं से बचाव के लिए जागरूक किया तथा उन्हें बताया कि प्राकृतिक आपदाओं से बचाव के लिए जागरूकता बहुत जरूरी है। कलाकारोें ने इस दौरान भूकंप, बाढ़, अगलगी, वज्रपात सहित अन्य तरह की प्राकृतिक आपदाओं से बचाव के बारे में नुक्कड़ नाटक के माध्यम से जानकारी दी तथा उन्हें जागरूक किया। वही, बीडीओ ने इस नुक्कड़ नाटक की तारीफ करते हुए कहा कि इसमें काफी ज्ञानवर्द्धक व आपदा से बचाव की महत्वपूर्ण बातें बड़े ही रोचक तरीके से बताई गई। बीडीओ ने कहा कि इस तरह का नुक्कड़ नाटक समय समय पर होते रहना चाहिए। इस दौरान दर्जनों ग्रामीण मौजूद थे।