भगवान वामन जयंती पर बक्सर में आयोजित हुआ भव्य रथयात्रा

भगवान वामन द्वादशी के पावन अवसर पर गुरूवार को बक्सर शहर आस्था और भक्ति से सराबोर रहा। भगवान वामन चेतना मंच एवं वामन ग्लोबल फाउंडेशन के तत्वावधान में वामन जयंती महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर भगवान वामन की भव्य रथयात्रा निकाली गई, जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालु एवं भक्त शामिल हुए।

भगवान वामन जयंती पर बक्सर में आयोजित हुआ भव्य रथयात्रा

-- श्रद्धालुओं की उमड़ी रही भीड़, पुष्प वर्षा के बीच गूंजते रहा भगवान वामन के जयकारे

केटी न्यूज/बक्सर

भगवान वामन द्वादशी के पावन अवसर पर गुरूवार को बक्सर शहर आस्था और भक्ति से सराबोर रहा। भगवान वामन चेतना मंच एवं वामन ग्लोबल फाउंडेशन के तत्वावधान में वामन जयंती महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर भगवान वामन की भव्य रथयात्रा निकाली गई, जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालु एवं भक्त शामिल हुए।

रथयात्रा की शुरुआत रामरेखा घाट स्थित श्री रामेश्वरनाथ मंदिर से हुई। वैदिक मंत्रोच्चारण और पूजा-अर्चना के बीच कार्यक्रम प्रमुख आनंद पांडेय उर्फ रिंकु पांडेय ने रथ को रवाना किया। जैसे ही भगवान वामन की झांकी सुसज्जित रथ पर नगर भ्रमण को निकली, पूरा वातावरण शंखनाद, ढोल-नगाड़ों और “जय वामन भगवान” के जयकारों से गूंज उठा।

रथ यात्रा रामरेखा घाट से निकलकर पीपी रोड, यमुना चौक, मुनीम चौक, नगर थाना, किला मैदान, जेल रोड होते हुए सोमेश्वर स्थान स्थित वामन धाम पहुंची। जगह-जगह श्रद्धालुओं ने पुष्प वर्षा की और भगवान के रथ की आरती उतारी। सड़क के दोनों किनारों और घरों की छतों से भक्त दिव्य दर्शन के लिए उमड़ पड़े। रथ की रस्सी खींचने को लेकर श्रद्धालुओं में उत्साह और प्रतिस्पर्धा देखने को मिली।

--  आस्था के रंग में रंग गया था बक्सर शहर

वामन जयंती महोत्सव में उत्तर प्रदेश और बिहार के विभिन्न जिलों से आए श्रद्धालुओं ने भी भाग लिया। किला मैदान से होकर गुजरी झांकी ने वातावरण को और भी भक्तिमय बना दिया। वैदिक पंडितों के मंत्रोच्चारण और शंखध्वनि से शहर का हर कोना आस्था में डूब गया। सोमेश्वर स्थान स्थित वामन धाम पहुंचने पर भगवान की आरती उतारी गई और श्रद्धालुओं को महाप्रसाद वितरित किया गया। दिनभर मंदिरों में पूजन-अर्चन का क्रम जारी रहा और श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा।

-- संतों ने किया वामन अवतार का महत्व वर्णन

आयोजन के दौरान उपस्थित संतों ने भगवान विष्णु के पांचवें अवतार वामन के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि वामन अवतार में भगवान ने असुरराज बलि को छलपूर्वक शक्तिहीन बनाकर धर्म की रक्षा की थी। पांच वर्षीय बालक के रूप में अवतरित होकर भगवान ने तीन पग भूमि मांगी और दो कदम में पूरी सृष्टि नापकर तीसरे पग में राजा बलि को ही समेट लिया। इस दान से बलि को अमरत्व मिला और भगवान ने धर्म की विजय सुनिश्चित की।

-- आयोजन समिति और गणमान्य रहे सक्रिय

इस भव्य आयोजन में मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष मृत्युंजय तिवारी ने भगवान वामन पंचकोसी कॉरिडोर और बक्सर धाम को पर्यटक स्थल घोषित करने की मांग उठाई। कार्यक्रम की अध्यक्षता पारसनाथ ओझा ने की जबकि संचालन संजय ओझा ने किया। अतिथियों को भगवान वामन का चित्र और अंगवस्त्र भेंटकर सम्मानित किया गया।

रथयात्रा में सांसद सुधाकर सिंह, पूर्व मंत्री संतोष कुमार निराला, डॉ. रंगनाथ तिवारी, डॉ. राजेश मिश्र, तथागत हर्षवर्धन, भोजपुरी गायक आर्यन बाबू, मनोज तिवारी, आनंद मिश्र, विनोद चौबे, श्वेता पाठक, वर्षा पांडेय सहित हजारों श्रद्धालु मौजूद रहे। वहीं वामन ग्लोबल फाउंडेशन के अध्यक्ष मनमन पांडेय, कार्यक्रम अध्यक्ष दीपक सिंह, कोषाध्यक्ष प्रेम मिश्रा, सचिव सिकंदर सिंह, अधिवक्ता राघव कुमार पांडेय, मुकेश सिंह, सचिन पांडेय, शिवजी दुबे समेत सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने सक्रिय भूमिका निभाई।

-- भक्ति और आस्था में डूबा बक्सर

नगरवासियों ने भगवान वामन की भव्य झांकी का दर्शन कर मंगल कामना की। पूरे दिन बक्सर भक्ति और आस्था के रंग में रंगा रहा। श्रद्धालु भगवान वामन के दिव्य स्वरूप के दर्शन कर धन्य हुए और वामन द्वादशी का यह ऐतिहासिक आयोजन नगरवासियों की आस्था और एकजुटता का अद्वितीय उदाहरण बन गया।