शरारती तत्वों पर कसेगा नकेल : असहाय को मदद पहुंचाने में जुटी महिला ब्रिगेड

शरारती तत्वों पर कसेगा नकेल : असहाय को मदद पहुंचाने में जुटी महिला ब्रिगेड

- पर्व के दौरान पूजा पंडाल से रेलवे स्टेशन और बस पड़ाव तक महिला ब्रिगेड का रोको-टोको 

केटी न्यूज/आरा

जिला मुख्यालय में पुलिस की महिला ब्रिगेड टीम फुल एक्शन में है।‌ शरारती तत्वों पर नकेल कसने के साथ टीम असहाय को मदद भी पहुंचा रही है। दशहरा के मौके पर टीम की सक्रियता देखते बन रही है। मंगलवार की शाम टीम की सदस्यों का दोनों रूप देखा गया। दरअसल पूर्वी रेलवे गुमटी के पास मंगलवार की शाम का समय मंदिर में पूजा करने के लिए महिलाओं की भीड़ लगी थी। वहां महिला ब्रिगेड टीम की कुछ सदस्य ड्यूटी पर तैनात थी। तभी कुछ लड़के भीड़ में घुसने लगते हैं। इसे देख महिला ब्रिगेड की सदस्यों ने लड़कों को रोक दिया और पूछताछ शुरू कर दी। किसी ने कहा परीक्षा देकर लौट रहे हैं, तो किसी ने बाजार जाने की बात कही। तब बेवजह घूमने पर ब्रिगेड की सदस्यों ने क्लास भी लगाई गयी। सभी लड़कों के बैग की जांच भी की गयी। इससे लड़कों की शामत आ गयी। उसके बाद ब्रिगेड की सदस्यों की नजर बगल में जमीन पर बैठी एक अधेड़ महिला पर पड़ी। उसे देख टीम की सदस्यों ने उससे भी पूछताछ की। पूछा कि कोई परेशानी है? पूजा करने आती हैं या कोई और बात है। बाद में टीम बस स्टैंड पहुंचती है। वहां अकेली महिला को देख जानकारी लेती है। उसके बाद टीम पूरे पड़ाव कैंपस में घूम-घूमकर जायजा लेती है। उससे पहले टीम की सदस्य शहर की कई अन्य सड़कों पर लेडिज सिंघम की तरह घूमती दिखती है। उस दौरान बुजुर्ग, महिलाओं व बच्चों से समस्या पूछती, तो सड़क पर घूम रहे लड़कों को हड़काती भी नजर आ रही है। एसपी संजय कुमार सिंह की ओर से भी महिला ब्रिगेड द्वारा किये जा रहे कामों का वीडियो शेयर किया गया है। महिला ब्रिगेड की इस कदम से जहां शरारती तत्वों में हड़कंप है, तो महिलाओं में मदद की उम्मीद भी जगी है। 

सावधान मेले में ज्यादा मस्ती की, तो पड़े़गे डंडे 

शहर में घूमने निकले हैं, तो सावधान रहें। अधिक मस्ती के फेरे में नहीं पड़ें। खासकर मेले में। वरना डंडे भी खाने पड़ सकते हैं। इस बार शहर में लेडिज सिंघम घूम रही है। वायलेस हैंडसेट से लैस और बाइक सवार महिला सिपाही पूरे शहर में घूम रही है। टीम सड़क के भीड़-भाड़ वाले इलाके तक घूम रहे लोगों की हर गतिविधियों पर नजर रख रही है। इस दौरान पार्क आदि में जमावड़ा और बेवजह घूम रहे लड़कों से पूछताछ की जा रही है। वहीं अकेले घूम रही महिलाओं और बच्चियों से जानकारी ली जा रही है। परेशान महिलाओं व बुजुर्ग लोगों को टीम द्वारा उनके गंतव्य स्थल तक पहुंचाया भी जा रहा है। बता दें कि पिछले सात सितंबर को एसपी की ओर से असामाजिक तत्वों पर नजर रखने को महिला सहयोगी दल का गठन किया गया था। उसमें आठ महिला सिपाहियों को शामिल किया गया है।‌ टीम क्रॉस मोबाइल की तर्ज शहर में काम कर रही है।‌